मध्यप्रदेश में उपचुनाव का एलान हो गया है। निर्वाचन आयोग (इसी) द्वारा आज चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया। मध्यप्रदेश में उपचुनाव खंडवा, जोबट, पृथ्वीपुर और रैगांव में 30 अक्टूबर को मतदान होगा। परिणाम 2 नवंबर यानी धनतेरस के दिन आएगा। आयोग ने बताया कि उपचुनाव के लिए गाइडलाइन पहले ही जारी हो चुकी है। मध्यप्रदेश उपचुनाव का ऐलान होने के बाद मुख्यमंत्री सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत सहित अन्य बड़े पदाधिकारियों के साथ में बैठक की इसके अलावा कल यानि मंगलवार को सीएम हाउस में मंत्रियों की बैठक होने वाली है, इस बैठक में उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री उन मंत्रियों से फीडबैक लेंगे, जिन्हें चार सीटों पर चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी। पिछली बैठक में उपचुनाव के लिए 14 कमेटियां भी बनाई गई थीं, जिसमें हर टीम में 3 मंत्रियों को रखा गया था।
भाजपा-कांग्रेस के हाई कमांड की बैठक हुई तेज़
भाजपा-कांग्रेस के हाई कमांड की बैठक हुई तेज़, मध्यप्रदेश के उपचुनाव से 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के नज़रिये से एहम माना जारा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर चुनाव मैदान में आमने-सामने होंगे। भाजपा ने उपचुनाव के लिए नारा दिया है- शिवराज सरकार, भरोसा बरकरार, दूसरी तरफ कांग्रेस को जनता से सीधे संवाद के माध्यम से वोट मांगेगी।
चारो सीट नेताओ के निधन से खली हुई, खंडवा लोकसभा सीट भाजपा सांसद नन्द कुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई है। इसके अलावा पृथ्वीपुर विधानसभा सीट कांग्रेस पूर्व मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर के निधन से खाली हुई। जोबट विधानसभा सीट कांग्रेस के कलावती भूरिया के निधन से खाली हुई, जबकि रैगांव विधानसभा सीट भाजपा जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हुई। खंडवा लोकसभा सीट है यहाँ कांग्रेस से अरुण यादव की दावेदारी है। भाजपा सांसद नन्द कुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई इस सीट पर भाजपा में असमंजस है। सूत्रों की माने तो राजपाल सिंह तोमर के नाम पर मंथन चल रहा है। तीनो विधानसभा सीट की बात करे तो जोबट सीट आदिवासी बहुल है। 2018 के चुनाव में यह वर्ग भाजपा से नाराज रहा था, इस वर्ग को अपने समर्थन में लाने के लिए हाल ही में वरिष्ठ पदों पर नियुक्ति की गई है। रैगांव सीट पर अजा वर्ग के मतदाताओं की संख्या काफी है। बुंदेलखंड क्षेत्र की पृथ्वीपुर सीट पर सामान्य और पिछड़ा वर्ग का दबदबा है। यहां कांग्रेस का दबदबा रहा है मगर पूर्व मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह राठौर के निधन से खाली हुई सीट में फेर बदल होने का अनुमान है।