छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय और मर्चेंट चेंबर आफ यूपी अब साथ मिलकर नवाचार, उद्यमिता और स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे। मई के पहले सप्ताह में ही दोनों संस्थानों के बीच इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसके साथ ही नवाचारों में विद्यार्थियों की सहभागिया सुनिश्चित कराने के लिए हैकथान का पोस्टर भी रिलीज किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के सेंटर आफ एकेडमिक्स में कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की मर्चेंट चेंबर आफ उत्तर प्रदेश (एमसीयूपी) के साथ इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप के संबंध में बैठक हुई। मर्चेंट चेंबर की ओर से डा. आरती गुप्ता ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से यह जानकारी दी कि किस तरह भविष्य में दोनों संस्थान साथ मिलकर उद्यमिता और स्टार्टअप को बढ़ावा दे सकते हैं और इंडस्ट्री के किन-किन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने समाज और देश के लिए स्टार्टअप व एंटरप्रेन्योरशिप की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। साथ ही विवि और एमसीयूपी के साथ काम करने की इस दिशा में गुणात्मक योगदान की संभावनाएं बताईं। सुधींद्र कुमार जैन ने हैकथान का सुझाव दिया और और 10 सबसे उम्दा विचारों को इंडस्ट्री की तरफ से सहयोग करने का वादा भी किया।
डा. प्रभात द्विवेदी ने विवि के छात्रों और प्रोफेसरों को उद्यमिता, स्टार्टअप और इनोवेशन में योगदान पर चर्चा की। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डा. अनिल कुमार यादव, सीडीसी निदेशक डा. आरके द्विवेदी, आइक्यूएसी के डा. सिद्धार्थ मिश्रा, इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेल की प्रभारी डा. शिल्पा कायस्था, नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी और डा. राशि अग्रवाल ने भी अपने सुझाव दिए।