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1 अक्टूबर को देश भर में स्वच्छता अभियान चलाने की तैयारी, यूपी में विद्यालय खोले जाएंगे

[Edited By: Rajendra]

Saturday, 30th September , 2023 12:08 pm

एक अक्टूबर को रविवार होने के बावजूद प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूल व सरकारी माध्यमिक विद्यालय खोले जाएंगे। दो अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जानी है। ऐसे में स्वच्छांजलि कार्यक्रम के तहत एक अक्टूबर को एक घंटे का श्रमदान का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर परिषदीय स्कूलों व माध्यमिक स्कूलों के विद्यार्थियों की प्रभातफेरी निकालने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभातफेरी निकालने के बाद विद्यार्थी व शिक्षक विद्यालय परिसर की साफ-सफाई के दायित्व का भी निर्वहन करेंगे।

इस रविवार यानी पहली अक्तूबर को प्रदेश के सभी प्राइमरी और माध्यमिक विद्यालय खुलेंगे। गांधी जयन्ती के मद्देनजर मनाये जा रहे स्वच्छांजलि कार्यक्रम के तहत एक अक्टूबर को एक घंटे के श्रमदान का कार्यक्रम तय किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की प्रभातफेरी निकालने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि प्रभातफेरी के बाद विद्यार्थी और शिक्षक विद्यालय परिसर की साफ-सफाई के दायित्वों का निर्वहन करें।

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'कचरा मुक्त भारत' की परिकल्पना जनसहयोग से साकार होगी। 'स्वच्छांजलि' को सफल बनाने के लिए शनिवार को प्रदेश के सभी नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला पंचायतों की विशेष बैठक होगी। एक अक्टूबर को बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थी प्रभातफेरी निकाल कर 'स्वच्छता ही सेवा' का संदेश देंगे। प्रदेश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती पर 154 घंटे का विशेष स्वच्छता अभियान जारी है। सीएम ने श्रमदान में सभी जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, आरडब्ल्यूए और नागरिक संगठनों से भी बढ़चढ़कर सहभागी बनने का आह्वान किया है।

गुरुवार को X पर किए एक पोस्‍ट में सीएम योगी ने बताया कि यूपी के 100 प्रतिशत गांवों ने ओडीएफ प्‍लस का दर्जा हासिल कर लिया है। सीएम ने लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आज स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण II के तहत 'नए भारत' के 'नए उत्तर प्रदेश' के 100 प्रतिशत गांवों ने 'ओडीएफ प्लस' का दर्जा हासिल कर लिया है। हमारे गांव खुले में शौच की शर्मनाक विवशता से पूर्णतः मुक्त हो गए हैं। स्वच्छता, सम्मान और सुरक्षा की प्रतीक यह उपलब्धि 'नए उत्तर प्रदेश' में ईज ऑफ लिविंग के बढ़ते स्तर को भी रेखांकित करती है। स्वास्थ्य और गरिमा को संरक्षित करती इस उपलब्धि के लिए प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 1 अक्टूबर को देश भर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने की तैयारी की है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 'एक तारीख, एक घंटा, एक साथ' विशेष रूप से स्वच्छता गतिविधियों के लिए समर्पित अभियान है। स्वच्छता के लिए श्रमदान हम सबकी जिम्मेदारी है। हरदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अक्टूबर को सुबह 10 बजे एक महत्वपूर्ण स्वच्छता पहल के लिए एक साथ आने की अपील की है। स्वच्छ भारत एक साझा जिम्मेदारी है और हर प्रयास मायने रखता है। यह विशाल स्वच्छता अभियान बाजारों, रेलवे पटरियों, जल निकायों, पर्यटन स्थलों, समेत तमाम सार्वजनिक स्थानों पर चलाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शहरी और ग्रामीण भारत से 6.4 लाख से अधिक स्थानों को श्रमदान के लिए अपनाया गया है। इस विशाल स्वच्छता अभियान का उद्देश्य कूड़े के असुरक्षित स्थान, रेलवे ट्रैक और स्टेशनों, हवाई अड्डों और आसपास के क्षेत्रों, सड़कों के किनारे - राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों, जल निकायों, घाटों, झुग्गियों, पुलों के नीचे, बाजारों, बैकलेन, पूजा स्थलों, पर्यटक स्थलों, बस स्टैंड/टोल प्लाजा, चिड़ियाघर और वन्यजीव क्षेत्रों, गौशालाएं, पहाड़ियां, समुद्री तटों, बंदरगाह, आवासीय क्षेत्रों, आंगनवाड़ी, स्कूलों व कॉलेजों को साफ करना है। शिक्षाविद एस. के. गुप्ता का कहना है कि स्वच्छता अभियान में स्कूलों के शिक्षकों व छात्रों ने पहले भी लोगों को जागरूक किया था और अब भी स्कूली छात्र लोगों को प्रधानमंत्री की अपील के मुताबिक 1 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उनका कहना है कि देश भर के स्कूल प्रधानमंत्री की इस मुहिम में साथ हैं और स्कूली छात्र इस अभियान को बड़े स्तर पर सफल बनाएंगे।

गैर सरकारी संगठन, मार्केट असोसिएशन, एनजीओ, व्यापार संघ, निजी क्षेत्र 22 हजार बाजार क्षेत्रों, 10 हजार जल निकायों, करीब 7,000 बस स्टैंड/टोल प्लाजा, 1000 गौशालाओं, 300 चिड़ियाघरों और वन्यजीव क्षेत्रों तथा ग्रामीण और शहरी भारत के विभिन्न स्थानों पर चलाए जाने वाले विशाल स्वच्छता अभियान के लिए आगे आए हैं। देश भर के संग्रहालयों, स्मारकों और किलों की सफाई के लिए विभिन्न संघ आगे आए हैं।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता अभियान के लिए 1 लाख से अधिक स्थलों को अपनाया है, जबकि महाराष्ट्र 62,000 से अधिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाएगा जिसमें समुद्र तट, धार्मिक स्थान, विद्यालय/कॉलेजों, जल निकाय शामिल हैं। तेलंगाना के लोग ऐतिहासिक महत्व के मंदिरों की सफाई करने के अभियान में शामिल होंगे। मध्य प्रदेश 1 अक्टूबर को लगभग 57,000 स्थानों पर श्रमदान करने के लिए तैयार है, जबकि आंध्र प्रदेश और गुजरात ने क्रमशः लगभग 40,000 और 35,000 स्थानों पर श्रमदान करने की योजना बनाई है। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, सांसद, कई मुख्यमंत्री, महापौर, सरपंच और राजनीतिक नेतृत्व भी नागरिक नेतृत्व वाले इस विशाल स्वच्छता अभियान में शामिल होगा। दिल्ली में, एनडीएमसी के तहत, गैर सरकारी संगठन श्री श्री आर्ट ऑफ लिविंग और चिंतन झुग्गियों और अन्य क्षेत्रों की सफाई के लिए श्रमदान में शामिल होंगे। एमसीडी के तहत 500 से अधिक स्थलों को स्वच्छता अभियान के लिए अपनाया गया है।

स्वच्छता पखवाड़ा 2023 की थीम कचरा मुक्त भारत है। सभी गांवों और कस्बों, स्कूलों, आंगनबाड़ियों, स्वास्थ्य केंद्रों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों आदि द्वारा जागरूकता पैदा करने और बेहतर स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई हैं। गतिविधियों के पखवाड़े के दौरान, 31 करोड़ से अधिक लोग पहले ही प्लॉग रन, स्वच्छता अभियान, जागरूकता कार्यक्रमों आदि में भाग ले चुके हैं। देश भर से 31 करोड़ से अधिक नागरिकों ने इस पखवाड़े में भाग लिया और स्वच्छता के लिए जन आंदोलन में शामिल हुए। विभिन्न शहरों में प्लॉग रन, स्वच्छता रैलियां, प्रतिज्ञाएं, जागरूकता कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, रंगोली प्रतियोगिताएं, दीवार कला, समुद्र तट की सफाई, प्रतिष्ठित पर्यटक स्थलों, पुराने अपशिष्ट स्थलों, जल निकायों आदि पर सफाई अभियान आयोजित किए गए। पखवाड़ा के दौरान, लगभग 5000 सार्वजनिक स्थान, 1000 कचरा असुरक्षित स्थलों, 500 से अधिक समुद्र तटों, 600 जल निकायों, 300 से अधिक पर्यटक स्थलों को साफ किया गया है।

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