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विधान सभा चुनाव 2022: देखिए प्रियंका की प्रतिज्ञा से लेकर ओवैसी की मुसलमानों को साधने तक की तैयारी

[Edited By: Shashank]

Saturday, 23rd October , 2021 02:54 pm

 

2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में सभी दल अपना पूरा जोर लगा रहे है। हर बार की तरह विपक्ष सत्ता-पक्ष पर राजनैतिक हमले कर रहा है और सत्ता-पक्ष विपक्ष पर, इसी के साथ-साथ जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े एलान भी किए जा रहे है। इसी कड़ी में कांग्रेस आज से प्रतिज्ञा यात्रा शुरू कर रही है। प्रतिज्ञा यात्रा एक साथ तीन शहर बाराबंकी, वाराणसी और सहारनपुर से रवाना हुई। बाराबंकी में खुद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यात्रा को हरी झंडी दिखाई। आज से शुरू हुई यह यात्रा 1 नवंबर तक चलेगी, इस दौरान जनता को कांग्रेस पार्टी की सात प्रतिज्ञाएं बताई जाएंगी। प्रियंका गाँधी 31 अक्टूबर को गोरखपुर में बड़ी रैली करने वाली है। कांग्रेस की चुनावी यात्रा से पहले चाचा-भतीजे ने भी अपनी-अपनी चुनावी यात्रा एक ही दिन 12 अक्टूबर को अलग-अलग स्थान से शुरू कर चुके है। चाचा शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की सामाजिक परिवर्तन यात्रा और भतीजा अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की विजय रथ यात्रा का आरम्भ किया था।

बात करते है बसपा की, तो इस बार बसपा का अंदाज बदला-बदला दिख रहा है, मीडिया और सोशल मीडिया से दूर रहने वाली बसपा इस बार सोशल मिडिया का सहारा लेते हुए नज़र आ रही है इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती हर मुद्दे पर ट्वीट कर अपनी बात रखती नजर आ रही है। पिछड़े और दलित वोट बैंक की राजनीती करने वाली बसपा इस बार अन्य जाती समीकरण बनाने में जुटी हुई है। बसपा से राज्य सभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मण सम्मलेन करते नज़र आ रहे है, इस दौरान उन्होंने सत्ता-पक्ष पार्टी भाजपा को ब्राह्मण विरोधी सरकार बताया है।

भाजपा पिछली बार पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव जीती थी, लेकिन पिछली बार एक लेहेर चली थी जिसमे भाजपा सभी पार्टियों को पीछे छोड़ आगे निकल गई थी। सरकार भी इस बात को समझ थी है, इसलिए इस बार सरकार उन चुनावी समीकरण पर भी काम कर रही है जहाँ से उनको आगमी चुनाव में मदत मिल सकती है। इसी कड़ी में कानपुर आए भाजपा सांसद बृजलाल बसपाइयों के साथ प्रीतिभोज कर रहे है। मिलने गए बसपा नेताओ के साथ उनकी देर तक बात-चीत चलती रही। माना जा रहा है बहुत जल्द बसपा के कई बड़े दिग्गज नेता भाजपा का दामन थाम सकते है। सूत्रों की मानें तो पहले दौर की वार्ता सफल बताई जा रही है। पहले हम आपको बता चुके है की कैसे भाजपा यादव समीकरण पर भी अपनी नज़र बनाए हुए है, चाचा-भतीजे की लड़ाई का लाभ भाजपा उठाना चाहती है।

असदुद्दीन ओवैसी चुनाव के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चार सभाएं कर रहे हैं। इसका आरम्भ उन्होंने गाजियाबाद जिले से रविवार यानि 17 अक्टूबर को किया। इसके बाद आज यानि 23 अक्टूबर को मेरठ के किठौर में ओवैसी की सभा है।इसके बाद वह मुजफ्फरनगर में 27 अक्टूबर और सहारनपुर में 31 अक्टूबर को जनसभा करेंगे। वेस्ट यूपी में इन चार स्थानों को ओवैसी ने इसलिए चुना है क्योंकि यहाँ मुस्लिम वोटों की संख्या अच्छी है। ओवैसी इन सभाओं के जरिए मुसलमानों को साधने की तैयारी में है।

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