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दिल्ली शराब नीति के गूंज अब तेलंगाना तक भी पहुंच गई

[Edited By: Rajendra]

Thursday, 1st December , 2022 01:25 pm

सुर्खियों में रहे राजधानी दिल्ली के कथित शराब पॉलिसी घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ईडी का दावा है कि आबकारी मंत्री रहे सिसोदिया भी अन्य आरोपियों के साथ कथिततौर पर सबूत मिटाने वालों में शामिल हैं। एजेंसी ने कहा कि सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक सहित कम से कम 36 आरोपियों ने कथित घोटाले में करोड़ों रुपये की रिश्वत के सबूत छिपाने के लिए 170 फोन को नष्ट या इस्तेमाल किया। 36 आरोपियों ने कई बार फोन बदले और पॉलिसी स्कैम से संबंधित डिजिटल डेटा डिलीट करते रहे। ईडी ने एक अदालत से कहा कि दिल्ली सरकार में शामिल कुछ मंत्रियों समेत आम आदमी पार्टी के नेता आबकारी नीति को सरकारी कोष की कीमत पर अवैध धन जुटाने का जरिया मानकर चल रहे थे।

ईडी ने कहा, 'सबूतों को नष्ट करने का काम इस स्तर तक था कि ज्यादातर संदिग्ध, शराब कारोबारी, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, दिल्ली के आबकारी मंत्री ने धड़ाधड़ औसत मूल्य वाले फोन बदले। IMEI एनालिसिस से पता चला कि 170 फोन को इस्तेमाल या नष्ट किया गया। ईडी 170 में से 17 फोन बरामद कर चुकी है... हालांकि फोन के डेटा डिलीट कर दिए गए थे। इसके बावजूद कई डिवाइसेज की जांच से महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं।'

एजेंसी ने पिछले एक साल में कई संदिग्धों द्वारा इस्तेमाल/नष्ट किए गए डिजिटल डिवाइसेज की डिटेल भी सामने रखी है। एजेंसी ने चार मोबाइल नंबर और 14 अलग-अलग IMEI नंबर के बारे में बताया है, जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर सिसोदिया ने किया था। 14 अलग-अलग IMEI नंबरों का इस्तेमाल अक्टूबर 2021 और सितंबर 2022 के बीच किया गया था। लिस्ट में कैलाश गहलोत, राजिंदर चड्ढा, सन्नी मारवाह, कुलविंदर मारवाह, विजय नायर, समीर महेंद्रू, नितिन कपूर, विभूति शर्मा, विनोद चौहान और अमित अरोड़ा समेत 36 संदिग्धों के नाम हैं। ईडी ने आगे दावा किया कि अरोड़ा मिनिस्टर सिसोदिया के सहयोगी थे और उन्होंने 11 बार अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया, बदला या नष्ट किया।

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा, ‘इस नीति को तैयार करते समय जानबूझकर खामियां की गईं, अवैध गतिविधियों के लिए एक तंत्र तैयार किया गया। गहराई से देखने पर यह बात नीति निर्माताओं के गलत इरादों को दर्शाती है।’ ईडी ने कहा, ‘दिखाने के लिए तो इस नीति का मकसद व्यापारियों की गुटबाजी रोकना और व्यापार के निष्पक्ष तरीकों को प्रोत्साहित करना था, लेकिन वास्तव में ‘आप’ के नेताओं की आपराधिक साजिश के कारण इसने पिछले दरवाजे से गुट बनाने को बढ़ावा दिया। ज्यादा थोक (12 प्रतिशत) और बड़ा खुदरा (185 प्रतिशत) लाभ संभव बनाया।’

जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया कि दिल्ली सरकार को केवल AAP नेताओं के व्यक्तिगत खजाना भरने के कारण 12 प्रतिशत या 581 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ और नीति में कथित अनियमितताओं के कारण कुल मिलाकर 2,873 करोड़ रुपये (लाइसेंस शुल्क के नुकसान सहित) राजस्व का नुकसान हुआ।

दिल्ली शराब नीति के गूंज अब तेलंगाना तक भी पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने पहली बार मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और MLC के कविता का नाम शामिल किया है। जांच एजेंसी ने आरोप लगाए हैं कि साल 2021 और 2022 के बीच कविता ने 6 बार फोन बदले हैं। ईडी ने बुधवार को आरोपी अमित अरोड़ा की रिमांड रिपोर्ट दाखिल की है। अरोड़ा को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है। ईडी ने आरोप लगाए हैं, 'अब तक हुई जांच के अनुसार, आरोपी विजय नायर (आप के संचार प्रभारी) ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के बदले 100 करोड़ रुपये साउथ कार्टेल ग्रुप नाम के समूह से हासिल किए हैं।

ईडी का कहना है कि अरोरा ने जांच के दौरान कबूला है, 'साउथ कार्टेल ग्रुप को अरबिंदो फार्मा के शरत रेड्डा, के कविता और मगुंत श्रीनिवासुलु रेड्डी चलाते हैं। रुपये अमित अरोड़ा समेत कई लोगों के जरिए भेजे गए थे।' जांच एजेंसी ने यह भी आरोप लगाए हैं कि जांच को प्रभावित करने के लिए बड़े स्तर पर डिजिटल सबूतों को भी खत्म किया गया है। सिसोदिया, गिरफ्तार किए जा चुके शरत रेड्डी, कविता के करीबी अभिषेक बोइनपल्ली ने भी अपने मोबाइल फोन बदले हैं। रिमांड रिपोर्ट में ईडी ने कहा, 'IMEI एनालिसिस के अनुसार, मामले में शामिल कम से कम 36 आरोपियों या संदिग्धों ने 170 फोन तबाह किए हैं। ईडी 170 में से केवल 17 फोन रिकवर कर पाई है। रिपोर्ट में कहा गया, 'नहीं तो दी गई रकम और भी ज्यादा होती और दूसरे अहम लोगों के शामिल होने की बात भी और ज्यादा स्पष्ट रूप से सामने आती। अधिकांश संदिग्धों ने मई 2022 से अगस्त 2022 तक अपने फोन बदले हैं।

ईडी ने आरोप लगाए हैं आबकारी पुलिस घोटाले में शामिल आबकारी अधिकारियों और विजय नायर की मदद करने वाले दिनेश अरोड़ा के साथ अमित भी अहम व्यक्ति है। उसने 2.5 करोड़ रुपये की रिश्वत ट्रांसफर कराने में मदद की है, जो विजय नायर को मिली राशि का 6 प्रतिशत है। इसके अलावा उसने आबकारी अधिकारियों के साथ मिलकर भी साजिश रची और एक करोड़ रुपये की रिश्वत दी।

दिल्ली के शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी की टीम तेलंगाना पहुंच चुकी है। मामले में सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी व राज्य विधान परिषद की सदस्य कविता का भी कथित तौर पर नाम है। ईडी की टीम तेलंगाना पहुंचने को लेकर कविता ने ने पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा पर निशाना साधा है।

कविता चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि चुनावी राज्यों में पीएम मोदी के पहुंचने से पहले ईडी की टीम पहुंच जाती है। मोदी सरकार आठ साल पहले बनी थी। इन आठ सालों में देश की नौ राज्यों में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया गया और भाजपा ने अनुचित ढंग से अपनी सरकारें बना लीं।

तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस की नेता कविता ने आरोप लगााया कि देश का हर बच्चा जानता है कि चुनावी राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी से पहले ईडी की टीम पहुंचती है। तेलंगाना में भी ऐसा ही हुआ है। कविता चंद्रशेखर ने कहा कि पीएम मोदी हमें सलाखों में डाल सकते हैं, लेकिन हम फिर भी लोगों के लिए काम करते रहेंगे और भाजपा की विफलताओं को उजागर करेंगे। तेलंगाना में टीआरएस सरकार सुचारू ढंग से से चल रही है। हमने तेलंगाना सरकार गिराने की उनकी साजिश का पर्दाफाश किया है। तेलंगाना के लोगों ने इसे देखा है।

भाजपा व पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एमएलसी कविता ने कहा कि यही बात तेलंगाना में भी हो रही है। राज्य में अगले साल चुनाव हैं और पीएम मोदी के तेलंगाना आने से पहले ईडी की टीम आ चुकी है। हम ईडी की टीम का स्वागत करते हैं और उसके साथ सहयोग कर रहे हैं। भाजपा फिर ओछी चाल रही है।

 

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