कोरोना महामारी के बचाव का एक ही रास्ता है वो है टीकाकरण. भारत में इसी से संबंधित तीन वैक्सीनों को मान्यता मिली है, तो देश के कई राज्यों से टीके की किल्लत की शिकायत के बाद सरकार ने पहले ही जून माह के लिए राज्यों को टीके वितरण की घोषणा कर दी, यह कदम इसलिए उठाया है ताकि राज्यों को पहले ही यह पता हो कि उन्हें टीके का कितना कोटा मिलने वाला है. कोविन पोर्टल पर मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, सरकार की ओर से राज्यों को टीके की 22 करोड़ खुराकें दी गई हैं, जिनमें से 20.1 करोड़ या 91.04 प्रतिशत का इस्तेमाल किया जा चुका है. इस आंकड़े में ही बर्बाद हुई खुराकें भी सम्मिलित हैं. भारत में 18 साल से ऊपर के लोगों की वैक्सिनेशन के लिए टीके की 2.2 अरब खुराकों की जरूरत है. स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के अनुसार, हर दिन देश में टीके की 20 लाख खुराकें दी जा रही हैं.
देश में #vaccine की डोज़ तेज़ी से दी जा रही है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कोटे के तहत 22 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज़ प्रदान की गई हैं। अपनी बारी आने पर वैक्सीन ज़रूर लगवाएं। कोरोना से खुद बचें और दूसरों को भी बचाएं।@PMOIndia pic.twitter.com/FOxcJDKohN
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 28, 2021
सुनिश्चित टीके की खुराकों में वह भी शामिल हैं, जिन्हें राज्य सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक से जून माह में खरीदेंगे 45 साल से ऊपर की आयु वर्ग वालों के लिए टीकाकरण का खर्च केंद्र सरकार उठा रही है. हालांकि, 18 से 44 साल वालों के लिए राज्यों को खुद ही टीके खरीदने हैं. देशभर में 1 मई से 18-44 साल के लोगों के लिए भी टीकाकरण शुरू किया गया था, हालांकि, झारखंड़, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक ने टीके की कमी का हवाला देकर इस आयुवर्ग के लिए देर से टीकाकरण शुरू किया, हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे कई अन्य राज्यों ने टीके की कमी का दावा करते हुए बीच में टीकाकरण रोका है. हालांकि, अब केंद्र की ओर से टीके आवंटित किए जाने पर कुछ राज्यों ने नामंज़ूरी भी दी.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, 'हमें कितने टीके मिलेंगे, इसको लेकर भेजी गई केंद्र की चिट्ठी से साफ है कि हमें कुछ वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़ेंगे.'अभी तक सबसे ज्यादा खुराकें 3 से 9 अप्रैल के बीच वाले हफ्ते में दी गई थीं, जब 2.4 करोड़ टीके लगे थे. हालांकि, 22 से 28 मई के बीच यह आंकड़ा घटकर 1.16 करोड़ पर आ गया. साल के अंत तक सभी को टीका दिए जाने के सुझावों के बावजूद अप्रैल की तुलना में मई माह में टीकाकरण 40 फीसदी घट गया, जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों को जून महीने के लिए 4 करोड़ खुराकें आवंटित की, वहीं, उत्तर प्रदेश ने यह बताने से इनकार कर दिया है कि उसे टीके की कितनी खुराके मिलेंगी.