कृषि से जुड़े विधेयकों न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे पर संसद से लेकर सड़क पर हंगामा हो रहा है. संसद में विपक्षी दल जमकर विरोध कर रहे हैं तो सड़कों पर किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. कृषि से जुड़े विधेयकों को गैर बीजेपी राजनीतिक दल किसान विरोधी बता रहे हैं. इस बीच कृषि विधेयक एमएसपी के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बड़ा बोला है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि संबंधी विधेयकों को लेकर मंगलवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि किसानों को जड़ से साफ करके कुछ पूंजीपतियों का विकास करने का प्रयास हो रहा है।
राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए लिखा है, '2014- मोदी जी का चुनावी वादा किसानों को स्वामीनाथन कमिशन वाला MSP. 2015- मोदी सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनसे ये न हो पाएगा. 2020- काले किसान कानून. मोदी जी की नीयत 'साफ', कृषि-विरोधी नया प्रयास. किसानों को करके जड़ से साफ, पूंजीपति 'मित्रों' का खूब विकास.'
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं. उन्होंने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की उस टिप्पणी को लेकर सरकार पर हमला बोला, जिसमें मंत्री ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के पीछे लोगों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को वजह बताया था. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार का अंधा अहंकार देश की बदहाली के लिए कभी भगवान तो कभी जनता को दोषी ठहराता है, लेकिन खुद के कुशासन को नहीं. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि देश अभी कितने एक्ट ऑफ मोदी को झेलेगा.
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'सरकार ने कृषि विधेयकों का बचाव करते हुए विज्ञापन जारी किया है। विज्ञापन में एक पंक्ति कहती है कि'वन नेशन वन मार्केट'किसानों को आजादी देगा।' उन्होंने कहा, 'छोटे किसान लगभग 85 प्रतिशत हैं, जिनके पास बेचने के लिए बहुत कम सरप्लस बचता है। अगर उन्हें धान या गेहूं की कुछ मात्रा बेचनी पड़े तो उन्हें पूरे देश में हजारों बाजार की जरूरत है, एकल बाजार की नहीं। बड़े गांवों और छोटे शहरों में किसानों के हजारों बाजार बनाने के लिए विधेयक में क्या प्रावधान है? हजारों बाजार किसानों को आजादी देंगे।'