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राहुल गांधी ने बारिश में भीगते हुए ही उन्होंने अपना संबोधन पूरा किया

[Edited By: Rajendra]

Monday, 3rd October , 2022 11:55 am

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. यात्रा के 25 वें दिन की यात्रा की समाप्ती के दौरान सामने खड़े जनसमूह को संबोधित कर रहे थे. तभी वहां पर बारिश होने लगी बावजूद इसके वो जनसभा को संबोधित करते रहे.

बारिश में भीगते हुए ही उन्होंने अपना संबोधन पूरा किया और राहुल ने कहा- चाहे कुछ हो जाए, भारत जोड़ो यात्रा को कोई नहीं रोक सकता. हमारी यात्रा का उद्देश्य BJP-RSS की फैलाई हुई नफरत और हिंसा को रोकना है. गर्मी, तूफान या सर्दी भी इस यात्रा को नहीं रोक पाएंगे. यह यात्रा नदी की तरह बिना रुके कन्याकुमारी से कश्मीर जाएगी और इस नदी में आपको नफरत और हिंसा जैसी चीजें नहीं मिलेंगी. इसमें सिर्फ प्यार और भाईचारा मिलेगा जो भारत के इतिहास और DNA में है. भाजपा और संघ ने चाहे जितनी नफरत फैलाई हो, ये यात्रा उसे रोकेगी और लोगों को फिर से जोड़ने में मदद करेगी.

उनकी यह यात्रा आज कर्नाटक में थी और इस दौरान वह मैसूर के पास बदनवालु गांव में एक खादी कोऑपरेटिव पहुंचे. उन्होंने कहा कि1932 में उत्पादन वहां पर उत्पादन शुरू हुआ था और महात्मा गांधी यहां पर दो बार 1927 और 1932 में आए थे. उन्होंने ही यहां पर इस कोऑपरेटिव युनिट को स्थापित करने में मदद की थी.

रविवार 02 अक्टूबर की सुबह ही राहुल ने गांधी जयंती के अवसर पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महात्मा गांधी की विरासत को हथियाना तो आसान है लेकिन उनके पदचिन्हों पर चलना बेहद मुश्किल है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि हम भारत के महान सपूत को याद करते हैं तथा उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. हमारे इस स्मरण ने इस बात को और मर्मस्पर्शी बना दिया है कि हम भारत जोड़ो यात्रा के 25वें दिन में यात्रा पर हैं, ऐसी पदयात्रा जिसमें हम उनके अहिंसा, एकजुटता, समानता और न्याय के पथ पर चल रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जैसे महात्मा गांधी ने अंग्रेज सरकार से लड़ाई लड़ी थी, हमने भी इस सोच के खिलाफ जंग छेड़ी है जिसने महात्मा की हत्या की थी. इस सोच ने ही पिछले 8 साल में हमारे देश में असमानता, भेदभाव फैलाया है. बड़ी मुश्किलों से कमाई हमारी आजादी को धीरे-धीरे करके खत्म किया है. हिंसा और असत्य की इसी राजनीति के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा अहिंसा और स्वराज का संदेश फैलाएगी.

राहुल गांधी ने कहा कि स्वराज के विभिन्न मायने हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे राज्यों की अपनी संवैधानिक स्वतंत्रता और हमारे गांवों को पंचायती राज व्यवस्था के तहत कार्य करने की स्वतंत्रता है. राहुल गांधी ने कहा कि यह खुद की भी विजय है चाहे वह भारत यात्री हो जो 3,600 किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे हैं या लाखों नागरिक हो जो कम समय के लिए हमारे साथ चल रहे हैं.

राहुल गांधी ने नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा अभियान में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। वे 6 अक्टूबर को कर्नाटक के मंड्या में भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ेंगी। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी 7 अक्टूबर को इस यात्रा में शिरकत करेंगी। सोनिया गांधी पहली बार इस यात्रा में भाग लेंगी, क्योंकि जब यह यात्रा शुरू हुई थी उस दौरान वह मेडिकल जांच के लिए विदेश गई थीं।

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 30 सितंबर को कर्नाटक में प्रवेश कर चुकी है। इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य में राहुल गांधी के स्वागत में पोस्टर लगाए थे, लेकिन राहुल गांधी के पहुंचने से पहले करीब 40 पोस्टर फाड़ दिए गए।​​​​​​​ ये पोस्टर किसने फाड़े इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा पर इसका आरोप लगाया।

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