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विपक्षी दल केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को 'गुमराह' कर रहे - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

[Edited By: Rajendra]

Friday, 18th December , 2020 01:18 pm

केंद्रिय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन 22वें दिन भी जारी है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को 'गुमराह' कर रहे हैं। इसके साथ ही सीएम योगी ने दावा किया कि बहुत ही लोग हैं जो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को बर्दाश्त नहीं कर सके।

बरेली में व‍िकास की 111 योजनाओं का लोकार्पण और श‍िलान्‍यास करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा क‍ि व‍िपक्ष को अयोध्‍या में राम मंद‍िर बनने में परेशानी थी। उन्होंने कहा, 'अब मंद‍िर न‍िर्माण हो रहा है तो व‍िपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।' उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पूरा बजट चार परिवार हजम कर जाते थे, वहां की जनता को इसका लाभ नहीं मिल पाता था। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद की जड़ें समाप्त हो सकें, इसके लिए धारा 370 समाप्त होनी आवश्यक थी।

अयोध्या में मंद‍िर न‍िर्माण को लेकर सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, 'वे वही लोग हैं जो भारत के स्वाभिमान को चोट पहुंचाते थे, भारत के विश्वास के साथ खेलते थे। वे बर्दाश्त नहीं कर सकते कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को बताया कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के साथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के लोगों को जम्मू, कश्मीर, श्रीनगर और लद्दाख में जमीन खरीदने की आजादी दी। लेकिन विपक्ष को यह पसंद नहीं है कि, 'वह कहा हुआ'।

योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि धारा 370 का लाभ जम्मू-कश्मीर के लोगों को मिला जो अब विकास के लिए उपलब्ध कराए गए बजट फंड का उपयोग कर सकते थे। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की जड़ें खत्म करना भी जरूरी था। विपक्ष को इससे भी समस्या है। उन्होंने कहा कि पीएम और केंद्रीय कृषि मंत्री ने सुनिश्चित किया है कि किसानों के विकास के लिए बनाए गए कानून किसी को भी अपने खेत पर कब्जा करने की अनुमति नहीं देते हैं। किसानों पर कोई कर नहीं, जो अपनी उपज को बाजार के बाहर बेचना चाहते हैं। इसकी गारंटी देने का प्रावधान जारी है।

सीएम योगी ने कहा, 'किसान सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानूनों पर किसानों को जानबूझकर भ्रमित करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों से मंडियां बंद नहीं होंगी बल्कि कृषि बाजार में स्पर्धा बढ़ेगी और किसी को भी किसानों की जमीन पर कब्काा करने की इजाजत नहीं होगी। आदित्यनाथ ने कहा, 'विपक्ष जब जाति, मत और मजहब के आधार पर काम करने लगे तो सरकार का फर्ज बनता है कि जनता के बीच जाकर सभी को सच्चाई से अवगत कराया जाए और यही काम करने के लिए हम किसान सम्मेलन में बरेली आए हैं।

उन्होंने कहा, 'केंद्र और प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में किसान, गांव, गरीब, नौजवानों के साथ हर वर्ग के हित में काम कर रही है। हम माफ‍ियागिरी नहीं चलने देंगे, किसान गुमराह न हों, किसी के बहकावे में न आएं। सरकार उनके हित में हर वो काम करके दिखाएगी, जिससे उन्हें उनका हक हासिल हो और आमदनी में बढ़ोतरी के साथ उनका जीवन स्तर सुधरे।'

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