कोरोना महामारी ने कई लोगों की जिंदगियां उजाड़ दी. किसी का अपना चला गया तो किसी का परिवार ही उजड़ गया. कोरोना की दूसरी लहर ने कई बच्चों को अनाथ भी बना दिया. ऐसे बच्चों को अब दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो रहा है. सिर से माता-पिता का साया छिनने के बाद अनाथ बच्चों के सामने काफी चुनौतियां आ गई हैं.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे ही अनाथ बच्चों के लिए 'मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' की शुरुआत की है. लखनऊ के लोकभवन में इस योजना का शुभारंभ किया गया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं.
COVID-19 से निराश्रित हुए बच्चों को संरक्षण दे रही प्रदेश सरकार
— Government of UP (@UPGovt) July 22, 2021
'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' के अंतर्गत 4,050 निराश्रित बच्चों को ₹4,000/माह के अनुसार 03 माह की धनराशि के रूप में कुल ₹486 लाख ट्रांसफर#Unite2FightCorona pic.twitter.com/qN8XsOuajb
सीएम बाल सेवा योजना के तहत 4050 बच्चों को लाभ मिलेगा. इसके तहत बच्चों को हर महीने आर्थिक मदद, मुफ्त शिक्षा, शादी में आर्थिक मदद जैसे कई सुविधाएं मिलेंगी. कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो गया है. इसलिए सरकार सीएम बाल सेवा योजना के तहत 0 से 18 तक की उम्र वाले सभी अनाथ बच्चों के भरण-पोषण के लिए हर महीने 4 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी.
इसके अलावा सरकार 11 वर्ष से 18 वर्ष की उम्र वाले अनाथ बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाएगी. इस योजना के तहत 11 से 18 वर्ष की उम्र वाले बच्चों को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और अटल आवासीय विद्यालय से जोड़ा जाएगा.इसके अलावा सरकार अनाथ बच्चियों को विवाह के समय आर्थिक मदद भी देगी. इस योजना के तहत अनाथ हुई बेटियों की शादी में राज्य सरकार की ओर से 1 लाख 1 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
आपको बता दें कि कक्षा 9 या इससे ऊपर की कक्षा में पढ़ाई करने वाले या व्यावसायिक शिक्षा ले रहे 18 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को टैबलेट और लैपटॉप की सुविधा दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश ऐसी योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य है. इस योजना के अन्तर्गत कुल 4050 बच्चों को चिन्हित किया गया , जिसमें से 240 बच्चों के माता-पिता दोनों की मार्च 2020 से अबतक कोरोना के कारण मृत्यु हो गयी है. वहीं 3,810 बच्चे ऐसे है, जिनके माता या पिता की कोरोना से मृत्यु हुयी है, ऐसे प्रत्येक परिवार को 4000 रूपया प्रतिमाह भरण-पोषण के लिए दिया जाएगा.
उन्होने सभी 4050 बच्चों के खाते में 4.86 करोड़ रूपये की धनराशि बटन दबाकर आनलाइन स्थानान्तरित किया है. यह धनराशि प्रत्येक बच्चे के भरण-पोषण के लिए तिमाही किश्त 12,000 रूपये खाते में दी गयी.