आज चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के डेढ़ महीने बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, इस दौरान कैप्टन ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगे लेकिन अभी पार्टी के नाम और सिंबल को लेकर काम चल रहा है इसलिए नाम अभी नहीं बता सकते। चुनाव आयोग से नाम और सिंबल पास होने के बाद इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। पत्रकारों से बात करते हुए कैप्टन ने पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन किया है। उन्होंने केंद्र के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने से कोई पंजाब पर कब्जा नहीं कर रहा। सुरक्षा बल पंजाब के भीतर ड्रोन से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई पर रोक लगाने के लिए है, प्रदेश में कब्ज़ा करने के लिए नहीं। साथ ही पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए उन्होंने कहा हमारी पुलिस फर्स्ट क्लास फोर्स है लेकिन इन मसलो में पंजाब पुलिस को बीएसएफ की मदद की जरूरत है। खालिस्तानी और पाकिस्तानी पंजाब में स्लीपर सेल के जरिए आतंक फैला कर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने राजनैतिक दलों को सलाह दी कि देश और प्रदेश के सुरक्षा से जुड़े मामलों में राजनीती न करें साथ ही कैप्टन ने इसका विरोध करने को गैरजिम्मेदाराना रवैया करार दिया।
इस दौरान अमरिंदर साढ़े 4 साल का रिपोर्ट कार्ड दिया। उन्होंने कहा कि हमने लगभग सभी वादे पूरे किए हैं। जो रह गए, वो मार्च तक पूरे कर लेने थे। वहीं, यह भी माना जा रहा है कि इस दौरान अमरिंदर कांग्रेस छोड़ने का औपचारिक ऐलान करेंगे। वहीं, प्रेस कान्फ्रेंस के बाद वह दिल्ली रवाना होंगे। जहां उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हो सकती है। माना जा रहा है कि अब वह आंदोलन कर रहे किसानों और केंद्र सरकार के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। जिसमें विवादित कृषि सुधार कानूनों का हल निकाला जाएगा। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान ने भी पार्टी की सियासी गर्मी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके मित्र थे, हैं और रहेंगे। नई पार्टी बनाने के बाद भी कैप्टन उनके मित्र रहेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले कांग्रेस के भीतर खलबली मची है। कैप्टन के साथ कौन-कौन से कांग्रेसी जा सकते हैं, इसको लेकर पार्टी ने टकटकी लगा रखी है। कांग्रेस के सामने कैप्टन का अगला सियासी दांव और पार्टी में बगावत और टूट रोकने की दोहरी चुनौती है। इसीलिए पार्टी के दिग्गज नेता स्थिति पर नजर बनाकर रखे हुए हैं।
कल देर शाम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पटियाला समेत पंजाब में दूसरी जगहों पर उनके समर्थकों को धमकाया जा रहा है। विरोधी जो भी कर लें, लेकिन जो लोग मेरे साथ हैं, वह मेरे साथ ही रहेंगे, क्योंकि वह पंजाब में शांति और डेवलपमेंट में विश्वास करते हैं। वह इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हम पंजाब के भविष्य के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।