उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण और 14 फ़रवरी को दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. चुनावों से पहले तमाम राजनीतिक पार्टियां पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ताकत झोंकती नजर आ रही हैं.
पश्चिमी यूपी को साधने के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने दिग्गजों को चुनावी मैदान में उतार रही हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी भी दमखम दिखाते नजर आ रहे हैं. अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में जहां भी जा रहे हैं, वह अपने साथ एक लाल पोटली लेकर जा रहे हैं. आखिर इस लाल पोटली में क्या है?
मुज़फ़्फ़रनगर में सपा-रालोद ने मिलकर लिया अन्नदाता पर अत्याचार और अन्याय करनेवाली भाजपा सरकार को हराने-हटाने का ‘संयुक्त अन्न संकल्प’.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 28, 2022
किसानों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.
किसान एकता का नारा
हमारी ताक़त भाईचारा pic.twitter.com/X1tDpQ1psn
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी शनिवार को ग़ाज़ियाबाद पहुंचे. उन्होंने संयुक्त प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने जेब से लाल पोटली निकाली. दरअसल चुनावी मौसम में अखिलेश यादव अपनी जेब में लाल पोटली लेकर चलते हैं
अखिलेश यादव ने कहा इन दिनों में अपने साथ एक लाल पोटली लेकर चलता हूं. संकल्प के लिए हम पोटली लेकर चलते हैं. इस पोटली में अन्न है. पोटली में जो अन्न है, वह हम सबको जिंदा रखता है. अन्न से हम सब पेट भरते हैं. हमने अन्न का संकल्प लिया है. इसी संकल्प के साथ हम उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को जब तक हटा नहीं देंगे. तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे
ग़ाज़ियाबाद में सपा-रालोद ने मिलकर अन्नदाता पर अत्याचार और अन्याय करने वाली भाजपा सरकार को हराने-हटाने का 'संयुक्त अन्न संकल्प', लिया. अखिलेश यादव की इस लाल पोटली की इन दिनों हर ओर चर्चा हो रही है.