अखिलेश यादव की विजय रथ यात्रा का रिवई से कबरई के बीच करीब आधा दर्जन जगहों पर स्वागत, सड़क किनारे लगी रही लोगों की भीड़, साढ़े तीन बजे कबरई तिराहे को पार किया। यहां से आगे बढ़ते हुए रथ यात्रा का और भी कई स्थानों पर रोक-रोक कर लोगों ने नारे लगाए और अखिलेश का स्वागत किया। करीब 4.15 पर महोबा के हमीरपुर चुंगी के पास रथ यात्रा पहुंची। यहां सड़क के दोनों ओर लोग खड़े रहे। मकान की छतों से लोगों ने अभिवादन किया। करीब 4.35 पर जनसभा पहुंची विजय रथ यात्रा, दिवारी नृत्य से रथ यात्रा का स्वागत किया गया। रथ जनसभा स्थल पहुंचा तो लोगों ने जिंदाबाद के नारे लगाए।
मंच पर हमारे साथ उपसथित सभी समाजवादी पार्टी के नेता, पार्टी के जिलाध्यक्ष से लेकर सभी और जो होर्डिंग पर नाम लिखे हैं, गुब्बारे पर जिनके नाम लिखे हैं, जनता सभी को, किसान भाई, हमारी जनता, सभी का स्वागत, यहां इतनी देर के बाद भी मैदान भरा दिखाई दे रहा है, बांदा से लेकर यहां आने तक रास्ते में एक इंच भी जगह खाली नहीं थी, यह बुंदेलखंड की जनता की पुकार है, आने वाले चुनाव में भाजपा का सफाया होगा, इसी जनता ने भाजपा का समर्थन दिया, यह डबल इंजन की सरकार बुंदेलखंड आते-आते इंजन फेल हो गए हैं, यह इंजन फेल सरकार है, बुंदेलखंड की जनता को धोखा दिया, किसान से कहा आय दोगुना होगी, बताइए किसकी आय दोगुनी हो गई, पेट्रोल-डीजल महंगा हो गया, हमारी गरीब की गाड़ी, बाइक नहीं चल पा रही है, यही बीजेपी के लोगों ने लाइन लगवाई, नोट बंदी के दौरान कहां काला धन वापस आ गया, नोट बंदी करके हमारी अर्थ व्यवस्था चौपट कर दी, याद करो जब लाकडाउन लगा था, यहां के मजदूर पैदल चल कर आए, सरकार चाहती तो मदद कर देती, मजदूर घर नहीं पहुंचे, जान चली गई, उनकी मदद सपा ने की, यहां के किसान आत्म हत्या कर रहे हैं, महोबा में जितनी आत्महत्या कि और कहीं नहीं की, सरकार ने मदद नहीं की, सपा ने मदद की, हम लोग परिवार वाले लोग है, जिनके परिवार नहीं वह परिवार का दुख नहीं जानते, परिवार वाले दुख समझ सकते हैं, इसलिए इन्होंने पूरे प्रदेश को संकट में डाला, बताया कि सरकार लैपटाप देगी, साढ़े चार साल बाबा ने निकाल दिए, बताओ किसनों स्मार्ट फोन लैपटाप मिले, यह इसलिए लैपटाप नहीं दे रहे क्यों कि वह चलाना नहीं जानते, बताइ योगी सरकार चाहिए कि योग्य सरकार चाहिए, यह नाम बदलने वाली सरकार है, अभी नाम बदलने वाले महोबा आए थे, भाग्य शाली हो कि यहां का नाम नहीं बदला, जब वोट पढ़ेगा तो जनता सरकार बदल देगी, यह चिरंजीवी लोग हैं, जनता का दुख नहीं पता। यह 100 नंबर पुलिस की व्यवस्था सपा ने चालाई, इस सरकरा ने नाम बदल दिया, यह वह सरकार है जो शिलान्यास का शिल्यास करती है, उदघाटन का उदघाटन करती है, महोबा के लोगों ने देखा होगा कि दिल्ली से जो कैंची लेकर आए थे वह हमारे चाचा के उदघाटन किए गए काम का उदाटन कर गए, बताओ भाजपा ने परेशानी दी कि नहीं, खाद की बोरी से चोरी हो रही कि नहीं, सिलिंडर महंगा हो गाय कि नहीं , बताओ चिंरजीवी को हटाओगे कि नहीं।
वह कहते हैं कि तालाब नहीं खोदे गए,
चरखारी में दिखाओ कि तालाब भरे कि नहीं, हम खेत, घर हर कहीं पानी पहुंचाएं, किसान डबल फसल ले सकेंगे, आज सरसों का तेल महंगा हो गया, यह भी दो सौ पार कर दिया, मंडिया नहीं चल ही हैं, समाजवादी ने मंडी दी थी, हमें कोई इंतजाम करना पड़ा तो हमें सरसों बनाने वाला कारखाना लगाना पड़े तो लगाएंंगे, यहां सरसों का तेल इतना पैदा करेंगे कि दूसरे स्थान पर भी जाएगा, आज के दिन इतनी शादियां हैं फिर भी लोग आए, सड़कें भरी हैं जो एलान कर रही हैं कि आने वाले समय में भाजपा का सफाया होगा, आज दुनिया मोबाइल पर देख लिया, यह सरकार नौकरी नहीं देना चाहती, हमने देखा कि नीति आयोग के आंकड़े आए हैं उससे बुंदेलखंड के लोग सबसे अधिक गरीब हैं, हम लोगों ने अनाज दिया, पैकेट दिया, इनके पैकेट में पता नहीं क्या है, घी सरसों का तेल नहीं है, हम वहीं पैकेट देंगे जिसमें घी, दूध, सरसों तेल था, पांच सौ रुपये पेंशन देते थे, इस बार सरकार बनी तो पेंशन , तीन गुना देना पड़ेगा तो पेंशन देंगे, उज्ज्वला योजना का नाम बदल कर बुझला योजना होना चाहिए, आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम आपकी उम्मीदें पूरी करेंगे। पिछले रैली में सरकारी इंतजाम था, लेकिन यह लोग अपने आप चलकर आए हैं इसके लिए धन्यवाद।