उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में 3 अक्टूबर को हुई दिल दहलाने वाली घटना में सियासी उठक पटक के साथ-साथ अधिकारियों की मुस्किले बढ़ती नज़र आ रही है। उत्तर प्रदेश 2022 विधान सभा चुनाव को देखते हुए, सभी पार्टी अपनी अपनी मौजूदगी और जनता को अपनी तरफ लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कांग्रेस की तरफ से भाई-बहन की जोड़ी ने सत्ता पक्ष सरकार को घेरने का जिम्मा उठाया है, सपा से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कमान संभाली हुई है अब इसी कड़ी में अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने कहा, "सरकार किसानों की नहीं सुन रही है, मगर हम उनके साथ खड़े हैं"। अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचीं, अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल आज लखीमपुर खीरी जाएगा। मृतक किसानों के परिवारों से मिलने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "घटना के चश्मदीदों का कहना है कि मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष शामिल है"। आरोप है कि आशीष को भागने में मदद करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गोलियां चलाई गईं। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि पुलिस हाई-प्रोफाइल आरोपियों को बचा रही है।
कल रात प्रदेश पुलिस ने आशीष को नोटिस देकर आज सुबह 10 बजे पूछताछ के लिए तलब किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आज सुबह इंतजार कर रहा था मगर मामले में आरोपी आशीष पेश नहीं हुआ। देशव्यापी आक्रोश के बीच यह पहली बार था जब आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बीती रात यानि गुरुवार को पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के घर के बाहर नोटिस चिपका कर उनके बेटे आशीष मिश्र को तलब किया था। सुप्रीम कोर्ट में मामले के पहुंचने पर गुरुवार को दो लोगों लव कुश और आशीष पांडे को गिरफ्तार किया गया।
#LakhimpurKheri– As per the report from SP @kheripolice, in the investigation done in crime no. 219/21 so far, apart from one named accused, six came to light from the unknown, out of which three
— UP POLICE (@Uppolice) October 7, 2021
had died on the spot.
Out of the remaining four, two have been arrested today. pic.twitter.com/zSLg4H1jO6