उत्तराखंड के नए नवेले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों पर है। बयानो को सुनकर लगता है कि तीरथ सिंह रावत किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित है। उनके नए बयान ने लगभग ये साबित कर दिया है। बयान सुनने के बाद लगता है शायद उनको स्कूल में इतिहास की गलत जानकारी दी गई है यहां उन्हें अमेरिका और इग्लैंड में फर्क तक नहीं पता हैं उनको ये तक नहीं पता कि भारत देश पर 200 सौ साल तक किसने राज किया है। नैनीताल जिले के रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम तीरथ सिंह रावत ने ये विवादित बयान दिए
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने भारत को ब्रिटेन की जगह अमेरिका का गुलाम बता दिया और कहा कि कोविड-19 ने उसकी शक्ति को भी कम कर दिया. उन्होंने कहा कि जहां हम 200 वर्ष तक अमेरिका के गुलाम थे, पूरे विश्व के अंदर उसका राज था। यह कहते थे कि उसके राज में कभी सूरज छिपता नहीं था, लेकिन आज के समय में वह भी डोल गया, बोल गया।’ वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता के कारण 130-135 करोड़ की आबादी वाला देश भारत आज भी अन्य देशों की अपेक्षा राहत महसूस कर रहा है।
राशन पर तीरथ का विवादित बयान
तीरथ सिंह रावत ने अपने विवादित बयान में कहा कि लोगों को कोविड-19 के दौरान अगर ज्यादा राशन पाना था तो उन्हें दो की जगह ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए थे। नैनीताल जिले के रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कोविड-19 प्रभावितों को प्रति यूनिट पांच किलोग्राम राशन दिया गया और जिसके 20 बच्चे थे, उसके पास एक क्विंटल राशन आया, जबकि जिसके दो बच्चे थे, उसके पास 10 किलोग्राम आया।
उन्होंने कहा कि जिसके 10 थे तो 50 किलोग्राम आ गया, जिसके 20 थे तो एक क्विंटल आ गया, दो थे तो 10 किलोग्राम आ गया। लोगों ने स्टोर बना लिए और खरीदार सामने ढूंढ लिए।’ उन्होंने कहा कि इतना बढ़िया चावल पहले कभी नहीं खाया था और लोगों को जलन होने लगी कि दो हैं तो 10 किलोग्राम मिला और 20 वाले को एक क्विंटल मिला। उन्होंने कहा कि भैया इसमें दोष किसका है? उसने 20 पैदा किए तो उसे एक क्विंटल मिला, अब इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए?’
तीरथ के बयान से बीजेपी के आलाकमान नाराज
सीएम बनने के बाद तीरथ सिंह रावत अपने बयानों के लिए लगातार चर्चा में हैं। इनके बयानों ने राजनीतिक विवाद खड़ा किया है। समझा जाता है कि उनके इन बयानों से पार्टी आलाकमान नाराज है। खास बात यह है कि सीएम पद से हटने से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात की थी। ऐसे में तीरथ सिंह रावत को मिलने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह ने बुलाया है। मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पीएम और गृह मंत्री के साथ रावत की यह मुलाकात क्यों हो रही है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई।