उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कानपुर के डीएवी ग्राउंड में 30 सितंबर को जनसभा है। लगभग 22 हजार लोगों की क्षमता वाले ग्राउंड को भरने के लिए भाजपा ने इस बार अधिकारियों को जिम्मा सौंपा है। भाजपा पार्टी जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए अधिकारियों का इस्तेमाल कर रही है। कानपुर में 12 विभागों को 16,400 लाभार्थियों को लाने और घर तक छोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। अधिकारी इस असमंजश में फंस गए हैं कि विभागीय जिम्मेदारी पूरी करें या भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी संभालें। हालांकि, एक दिन में भीड़ जुटाना अधिकारियों के सामने बड़ा चैलेंज है। इसी के लिए अधिकारी देर रात तक नेताओं के साथ भीड़ जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच से हर योजनाओं के 5 लाभार्थियों को सम्मानित करेंगे।
नगर निगम काे दिया गया सबसे ज्यादा भीड़ जुटाने का जिम्मा
इन विभागों को जुटानी है लाभार्थियों की भीड़, सबसे ज्यादा भीड़ नगर निगम काे जुटानी है। नगर निगम व डूडा-स्ट्रीट वेंडर विभाग को पीएमएवाई के 4500 लाभार्थियों लाने और घर तक छोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। केडीए को शहरी आवास योजना के 500, जिला पंचायत अधिकारी को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के 2000, उप निदेशक कृषि को किसान सम्मान निधि के 1000, जिला कार्यक्रम अधिकारी को अन्नप्राशन के 500, उपायुक्त स्वत: रोजगार को राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के 2000, परियोजना निदेशक डीआरडीए को पीएम आवास ग्रामीण के 1500, सहायक श्रमायुक्त को कन्या विवाह, सहायता योजना, मातृ शिशु एवं बालिका मदद योजना के 1000, जिला पूर्ति अधिकारी को उज्जवला योजना के 2000, जिला समाज कल्याण अधिकारी को पारिवारिक लाभ व शादी अनुदान योजना के 1000, जीएम, डीआईसी को 200 और मत्स्य विभाग को 200 लाभार्थियों को लाने और घर तक छोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है।
2017 विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के बाद भी भाजपा कानपुर शहर से तीन सीटें पर हार का सामना करना पड़ा था। कैण्ट और आर्यनगर विधानसभा से भाजपा 2012 में जीती थी, मगर 2017 विधानसभा चुनाव में दोनों सीट भाजपा के हाथ से निकल गयी थी। जबकि सीसामऊ से सपा के विधायक इरफ़ान सोलंकी लगातार काफी समय से अपना दबदबा बनाए हुए है। भाजपा हिन्दू वोट बैंक को एक एकजुट कर तीनों हारी सीटों पर जीत दर्ज करने के उद्देश्य से मैदान में उतरेगी।