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दिल्ली के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कसता जा रहा

[Edited By: Rajendra]

Thursday, 9th February , 2023 01:55 pm

दिल्ली के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। एक के बाद एक आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है। इस क्रम में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने एक एडवरटाइजिंग कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि शराब घोटाले में मिली रिश्वत रकम इन तक पहुंची थी। एक दिन पहले ही सीबीआई ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के पूर्व सीए को गिरफ्तार किया है। 2021-22 के लिए बनी एक्साइज पॉलिसी में निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाकर 100 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई और ईडी की ओर से दर्ज किए गए केस में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं।

राजेश जोशी ने कथित तौर पर अपनी एडवरटाइजिंग कंपनी के जरिए गोवा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए शराब घोटाले के आरोपी दिनेश अरोड़ा से 30 करोड़ रुपए प्राप्त किए। दिनेश अरोड़ा 'आप' के विजय नायर के साथ मिलकर काम कर रहे थे। ईडी ने पाया कि जोशी को मिले 30 करोड़ रुपए शराब घोटाले से की गई अवैध कमाई के थे। ईडी ने अभी तक इस केस में 2 चार्जशीट दायर की है और राजेश जोशी समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इससे पहले बुधवार को ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे और पंजाब के व्यवसायी गौतम मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में सीबीआई ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंटला को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।

सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि शराब निर्माण और वितरण फर्म ओएसिस समूह के निदेशक गौतम को मनी लांड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने मामले में पूछताछ के बाद व्यवसायी को गिरफ्तार किया था, जिस पर दिल्ली आबकारी नीति मामले में कार्टेलाइजेशन का आरोप है।

उल्लेखनीय है कि बीते अक्टूबर में ईडी ने गौतम और उनके पिता की पंजाब स्थित संपत्तियों पर छापेमारी की थी। दीप मल्होत्रा का छोटा बेटा गौतम अंबाला और इंदौर में ओएसिस समूह की डिस्टिलरी चलाने के अलावा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बाजारों का प्रबंधन करता है। गौतम बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा का सहयोगी है, जिसे ईडी ने पिछले साल नवंबर में इसी घोटाले में गिरफ्तार किया था। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने पंजाब के कारोबारी गौतम मल्होत्रा जो शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक और शराब कारोबारी दीप मल्होत्रा के बेटे हैं।

मामले में नामित अन्य आरोपितों में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं। इसी तरह, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने हैदराबाद के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया, जिसे बीआरएस की एमएलसी के.कविता का आडिटर समझा जाता है।

सीबीआई ने बुधवार को गिरफ्तार चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंटला को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। इस मामले को लेकर कोर्ट ने आरोपित बुचिबाबू को 11 फरवरी तक सीबीआई की कस्टडी में भेजने का आदेश दिया था। दिल्ली आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने शराब नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भूमिका और हैदराबाद स्थित थोक व खुदरा लाइसेंसधारियों और उनके लाभार्थी मालिकों को गलत लाभ पहुंचाने के आरोप में यह गिरफ्तारी की थी।

घोटाले के आरोपों पर सीबीआई और ईडी की जांच शुरू होने के बाद पिछले साल केजरीवाल सरकार ने शराब नीति को वापस ले लिया था। आबकारी विभाग संभालने वाले मनीष सिसोदिया, 'आप' के कुछ नेता, अफसर और शराब कारोबारी जांच एजेंसियों की रडार पर हैं।

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