वाराणसी-संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास महाराज की 644वीं जयंती पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संत रविदास के मंदिर पहुंच दर्शन पूजन किया। यहां उन्होंने उनके सामने शीश नवाया। साथ ही संत निरंजन दास से आशीर्वाद लिया। वह काफी देर तक मंदिर में बैठे रहे।
अखिलेश यादव 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस भी की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने महंगाई और कानून व्यवस्था आदि के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया। इस दौरान महंगाई को लेकर गैस व पेट्रो कीमतों में बढोतरी पर सवाल खड़ा करते हुए इसे सरकार की नाकामी बताया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सपा कांग्रेस समेत किसी बड़े दल से गठनबंधन नहीं करेगी। छोटे दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ा जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा तीनों कृषि कानूनों का विरोध करती है। किसान आंदोल का समर्थन कर रहे 10 हजार से अधिक सपा कार्यकर्ताओं पर अब तक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। मगर काले कानूनों का विरोध जारी रहेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा देश को बेचने में जुटी है। प्रधानमंत्री बड़ी चीजें बेच रहे हैं और मुख्यमंत्री छोटी उन्होंने कहा कि भाजपा देश को बेचने का काम कर रही है। भाजपा देन को कंपनी बनाने के रास्ते पर चल रही है।
पत्रकारों ने कुछ चुटीले सवाल पूछे तो अखिलेश यादव ने उन्हें नसीहत दी। कहा कि आप न तो भाजपा जैसी बात करें न कांग्रेस जैसी साजिश रचें। सपा की तरह चलें। बोले-नई हवा है, नई सपा है, बुजुर्गों का हाथ है, युवाओं का साथ है। सपा की सरकार आने पर क्या करेंगे, यह पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर बता दिया तो सपा उसकी नकल कर लेगी। भाजपा सपा की हर नीति और योजना की नकल कर लेती है। सरकार के मुखिया मौलिक चीजें नहीं जानते हैं। कई बड़ी चीजों को सिर्फ इसलिए शुरू नहीं किया जा रहा है कि उनके शुरू होने पर सपा की तारीफ होगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी का बजट किसी लायक नहीं है। इस बात को आम जनता भी समझती है मगर कोई कुछ बोलना नहीं चाहता। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जो कहती है उसका उल्टा करती है। भाजपा ने नोटबंदी की तो कहा कि इससे भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। मगर हुआ क्या, यह बात सब लोगों को पता है। अब देश का भला तभी होगा जब भाजपा यहां से साफ हो जाएगी।