भारतीय पत्रकार रवीश कुमार (44) ने 2019 का प्रतिष्ठित रेमन मैगसायसाय अवॉर्ड जीता है। रवीश उन 5 लोगों में से एक हैं, जिन्हें 2019 का यह अवॉर्ड दिया गया है। मैगसायसाय अवॉर्ड को एशिया का नोबल भी माना जाता है। अवॉर्ड फाउंडेशन ने एक बयान में विजेताओं की घोषणा की। चार अन्य विनर्स में म्यांमार के को सी विन, थाइलैंड की नीलापजित अंगखाना, फिलिपींस के रेमुंडो पुजांते और दक्षिण कोरिया के किम जोंग-की का नाम शामिल है।
रैमॉन मैगसेसे - रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों और संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है।यह पुरस्कार फिलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रैमॉन मैगसेसे की याद में दिया जाता है।
वो खास 5 बातें-
1- 1996 से रवीश कुमार शुरुआती दिनों में NDTV में आई चिट्ठियां छांटा करते थे। इसके बाद वो रिपोर्टिंग की ओर मुड़े और उनकी सजग आंख देश और समाज की विडंबनाओं को अचूक ढंग से पहचानती रहीं।
2 -रवीश कुमार का कार्यक्रम 'रवीश की रिपोर्ट' बेहद चर्चित हुआ और हिंदुस्तान के आम लोगों का कार्यक्रम बन गया। एंकरिंग करते हुए उन्होंने टीवी पत्रकारिता की जैसे एक नई परिभाषा रची।इस देश में जिसे भी लगता है कि उसकी आवाज़ कोई नहीं सुनता है उसे रवीश कुमार से उम्मीद होती है।
3- टीवी पत्रकारिता के शोर-शराबे भरे दौर में -रवीश कुमार ने सरोकार वाली पत्रकारिता का परचम लहराए रखा है। सत्ता के खिलाफ़ बेखौफ़ पत्रकारिता करते रहे।आज उनकी पत्रकारिता को एक और बड़ी मान्यता मिली है।
4- रवीश कुमार ने अपने प्राइम टाइम में जनसरोकार के मुद्दों पर जोर दिया। हाल में - रवीश ने नौकरी और विश्वविद्यालय कॉलेजों को लेकर चलाई गई सीरीज को खूब पंसद किया गया है।
5- रवीश कुमार काे 2010 में गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2013, 2017 में प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड भी मिला।