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राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए

[Edited By: Rajendra]

Saturday, 25th March , 2023 01:51 pm

गुजरात की सूरत कोर्ट से आपराधिक मानहानि के मामले में सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई है। लोकसभा सदस्यता छिनने के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने स्पीकर ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि स्पीकर को मैंने दो बार खत लिखा। उनसे मिला भी लेकिन, उन्होंने कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता। मुझे डिस्क्वालिफाई करके डरा, धमकाकर चुप नहीं करा सकते। मैं अपनी तपस्या जारी रखूंगा। सांसदी छिनने के बाद पहली प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि यह सबकुछ गौतम अडानी प्रकरण से ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है। लेकिन, मैं पूछता रहूंगा कि गौतम अडानी और मोदी जी के बीच रिश्ता क्या है।

राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होने कहा कि स्पीकर को दो-दो बार खत लिखे। लेकिन, मुझे बोलने नहीं दिया। मैं उनसे मिला मैं उनसे पूछा कि मुझे बोलने क्यों नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा, मैं कुछ नहीं कर सकता। राहुल गांधी ने कहा कि मेरी लोकसभा सांसदी इसलिए रद्द की गई क्योंकि पीएम मोदी मेरी अगली स्पीच को लेकर डरे हुए हैं। मैं उनकी और गौतम अडानी के बीच रिश्ते पर लगातार बोलता रहा हूं। मेरी अगली स्पीच गौतम अडानी पर होने वाली थी। मेरी आवाज को दबाने के लिए ऐसा किया गया। लेकिन, मैं अपनी तपस्या जारी रखूंगा। चुप नहीं रहूंगा। मुझे डरा और धमकाकर चुप नहीं कराया जा सकता। चाहे मेरी लोकसभा सदस्यता रहे या न रहे। मैं अपनी आवाज को जनता तक पहुंचाता रहूंगा।

उन्होंने कहा, "अडानी जी की शेल कंपनी हैं, उसमें 20 हजार करोड़ रुपये किसी ने निवेश किया, अडानी जी का पैसा नहीं है, पैसा किसी और का है, सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। मैंने संसद में प्रूफ लेकर, मीडिया रिपोर्ट्स निकालीं। अडानी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में डिटेल में बोला। ये रिश्ता नया नहीं है, रिश्ता पुराना है। मैंने इसको लेकर सवाल पूछा।

राहुल गांधी ने कहा, "मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं, आप मुझे जेल में डालकर नहीं डरा सकते, ये मेरा इतिहास नहीं है। मैं हिंदुस्तान के लिए लड़ता रहूंगा। संसद में मुझे बोलने नहीं दिया गया, मैंने संसद के स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।" राहुल गांधी ने कहा कि संसद से मेरे भाषण हटाया गया, लेकिन मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। राहुल गांधी ने कहा, "मैंने पहले भी कहा है सब समाज एक हैं, सबको एक होकर चलना है, भाईचारा होना चाहिए, सबमें प्यारा होना चाहिए, नफरत नहीं होनी चाहिए, हिंसा नहीं होनी चाहिए, ये ओबीसी का मामला नहीं है, ये मोदी जी और अडानी जी के रिश्ते का मामला है, मुझे तो इस बात का जवाब चाहिए कि अडानी जी को 20 हजार करोड़ कहां से मिले?

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी मेरे अगले भाषण से डरे हुए हैं, आखिर कोई अडानी को मिले पैसों पर जवाब क्यों नहीं दे रहा है। रक्षा मंत्रालय को भी इस पर सवाल करना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि पैसे किसके हैं ये पता चलना बहुत जरूरी है। राहुल ने आगे कहा कि "जनता समझ चुकी है कि अडानी भ्रष्टाचारी आदमी है, और अब लोगों के मन में ये सवाल आया है कि इस भ्रष्ट आदमी को हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री क्यों बचा रहा है। बीजेपी के लोगों ने कहा कि अडानी पर आक्रमण देश पर आक्रमण है, इनके दिमाग में देश अडानी है और अडानी देश है।

सूरत की एक अदालत ने 'मोदी उपनाम' संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें गुरुवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई। हालांकि, सुनवाई के दौरान ही अदलात ने राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें। राहुल गांधी ने 2019 में कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, "क्यों सभी चोरों का समान उपनाम (सरनेम) मोदी ही होता है?

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