मेरे हुजरे में नहीं, और कहीं पर रख दो,
आसमां लाये हो, ले आओ ज़मीं पर रख दो
अब कहाँ ढूंढ़ने जाओगे हमारे कातिल,
आप तो क़त्ल का इल्ज़ाम हमीं पर रख दो!
इस शेर के साथ मशहूर शायर राहत इंदौरी ने ट्विटर पर #PahluKhan मामले को लेकर पुलिस और सिस्टम पर जबरदस्त कटाक्ष किया।
राजस्थान सरकार ने पहलू ख़ान और उसके बेटे के ख़िलाफ़ ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से मवेशी ले जाने के आरोप में चार्जशीट दाख़िल की है. पहलू ख़ान की एक अप्रैल 2017 को कुछ कथित गोरक्षकों ने जमकर पिटाई कर दी थी जिसके 3 दिन बाद उनकी मौत हो गई थी. ये घटना उस समय हुई थी जब वो जयपुर से मवेशी ख़रीदकर हरियाणा के नुंह अपने घर जा रहे थे. पुलिस ने इस मामले में दो FIR दर्ज की थी. एक FIR पहलू खान की हत्या के मामले में 8 लोगों के ख़िलाफ़ और दूसरी बिना कलेक्टर की अनुमति के मवेशी ले जाने पर पहलू और उसके परिवार के ख़िलाफ़ हुई थी. दूसरे मामले में पहलू ख़ान और उसके दो बेटों के ख़िलाफ़ अब चार्जशीट दाख़िल की गई है. पहलू ख़ान की मौत हो चुकी है ऐसे में उनके ख़िलाफ़ तो केस बंद हो जाएगा, लेकिन उनके बेटों के ख़िलाफ़ केस चलेगा.
पहलू खान के बेटे ने कहा, 'ढाई साल हो रहे हैं, हमारी आंखों के सामने हमारे अब्बा को मार दिया गया, हमें न्याय नहीं मिला। हमारे अब्बा को मार दिया, हमको मारा और हमारे खिलाफ ही चार्जशीट दायर हो गई। कांग्रेस से उम्मीद थी लेकिन जैसे बीजेपी में हुआ वैसे ही कांग्रेस भी कर रही है। इससे बेहतर तो हमें भी मार दे।' उन्होंने आगे कहा, 'हमें हमारा हक मिलना चाहिए। हमें कोर्ट से उम्मीद है कि वहां हमें न्याय मिलेगा।'
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में कहा कि यह चार्जशीट बीजेपी सरकार के दौरान हुई जांच के आधार पर दाखिल की गई है। उन्होंने कहा, 'केस की जांच पिछली बीजेपी की सरकार के दौरान की गई थी और चार्जशीट तैयार की गई। अगर जांच में कोई गलती पाई जाती है तो केस की दोबारा जांच कराई जाएगी।' बताया गया है कि पहलू खान के खिलाफ चार्जशीट पिछले साल 30 दिसंबर को ही तैयार कर ली गई थी। उसके 13 दिन बाद राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार सत्ता में आई।
गौरतलब है कि राज्य में पिछली बीजेपी की सरकार के समय में भी ऐसी ही एक चार्जशीट खान के दो सहयोगियों के खिलाफ दायर की गई थी, जिन पर भीड़ ने हमला किया था। इस केस में दो एफआईआर दर्ज हैं। पहली FIR भीड़ के खिलाफ खान की पीट-पीटकर हत्या को लेकर है और दूसरी, पहलू खान और उनके परिवार के खिलाफ गोतस्करी का है।
नई चार्जशीट, जिसमें पहलू खान पर मरणोपरांत आरोप लगाया गया है। यह पिछले वर्ष 30 दिसंबर को तैयार की गई थी। इस दौरान राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बन चुकी थी और इसे बहरोर में अडिशनल चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट के सामने इस वर्ष (2019) मई महीने की 29 तारीख को पेश किया गया था। आरोपी खान और उसके बेटों पर राजस्थान बोवाइन ऐनिमल ऐक्ट 1995 और नियम 1995 की धारा 5, 8 और 9 के अंतर्गत चार्जशीट दायर की गई।
पुलिस इससे पहले पहलू खान की लिंचिंग के 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे चुकी है। पुलिस का यह फैसला कथित तौर पर गोशाला के स्टाफ के बयानों और मोबाइल फोन रिकॉर्ड्स पर आधारित था। हरियाणा में डेयरी का व्यवसाय करने वाले पहलू खान पर 1 अप्रैल को अलवर में बेहरोड़ के पास गोरक्षकों ने हमला किया था। दो दिन बाद पहलू की अस्पताल में मौत हो गई थी।
शनिवार को जैसे ही यह खबर मीडिया में आई तो असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला बोल दिया। उन्होंने राजस्थान के मुसलमानों से कहा कि सत्ता पाने के बाद कांग्रेस भी बीजेपी की कॉपी बन गई है। ऐसे लोगों और संगठनों को नकार दीजिए जो कांग्रेस पार्टी के दलाल हैं। ओवैसी ने यह भी कहा कि मुसलमानों को अपना स्वतंत्र राजनीतिक प्लैटफॉर्म तैयार करना चाहिए। 70 साल का लंबा समय बीत गया है और अब बदलाव का वक्त आ गया है।
2017 में एक अप्रैल को अलवर में कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पहलू खान पर हमला किया था। हमला उस वक्त हुआ जब वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। डेयरी बिजनस करने वाले पहलू खान की हमले के 2 दिन बाद मौत हो गई थी।
राजस्थान पुलिस ने इस साल की शुरुआत में अलवर जिले में 55 साल के पहलू खान को गोरक्षकों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने के मामले में 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है। मामले के 9 अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला चलता रहेगा।