प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के साथ ही इसे बनाने वाले मजदूरों को खास सौगात दी है। ऐसे सौगात जिसे पाने की चाहत हर किसी की हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकार्पण से पहले काशी विश्वनाथ धाम बनाने वाले मजदूरों पर फूलों की वर्षा की।
श्रमेव जयते!
— BJP (@BJP4India) December 13, 2021
अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय क्षण
पीएम @narendramodi ने 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' में श्रम साधकों पर पुष्प वर्षा करके सम्मान किया। #KashiVishwanathDham pic.twitter.com/NdbDNsUUNW
लोकार्पण करने के बाद पीएम मोदी ने दोपहर का भोजन मजदूरों के साथ किया। मजदूरों और आम लोगों की तरह पीएम मोदी ने भी पंगत में बैठकर भोजन किया। मजदूरों के साथ ही पीएम मोदी को भी चावल, दाल, रोटी, सब्जी, कड़ी और रायता परोसा गया। इसके साथ ही मिठाई के रूप में मेवे से बना लड्डू पीएम मोदी ने खाया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने मजदूरों को खासतौर पर श्रेय देते हुए कहा कि मैं आज हर उस श्रमिक भाई-बहनों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिनका पसीना इस इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के इस विपरित काल में भी उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया।
इससे पहले बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के बाद पीएम मोदी सीधे मजदूरों के बीच पहुंचे। उन्होंने मजदूरों पर फूल बरसाए। इसके बाद उनके साथ बैठकर ग्रुप फोटो भी खिंचवाई। इस दौरान उन्होंने अपने लिए लगाई गई कुर्सी भी हटवा दी। मजदूरों को इशारा करके अपने पास बुलवाया और उनके साथ फोटो खिंचवाई।
प्रोटोकॉल तोड़कर आम लोगों के बीच पहुंचे
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी बेहद अभिभूत नजर आए। विश्वनाथ मंदिर जाने से पहले यहां की तंग गलियों में स्थित काल भैरव मंदिर पहुंचे। वहां से दर्शन कर लौटते समय प्रोटोकॉल तोड़कर आम लोगों के बीच पहुंच गए। इस दौरान लोगों के स्नेह का पूरा सम्मान करते हुए साफा और पगड़ी भी पहनी।
पीएम मोदी वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचने पर सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर पहुंचे। वाराणसी में मान्यता है कि यहां किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत से पहले काल भैरव की इजाजत लेनी जरूरी होती है। यहां तक कि कोई अधिकारी भी यहां तैनात होता है तो सबसे पहले काल भैरव मंदिर जाता है।
काल भैरव मंदिर में पूजा और आरती के बाद पीएम मोदी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए तो लोगों की हुजूम देख उनके बीच पहुंच गए। कई लोगों ने इस दौरान
सेल्फी ली। पीएम मोदी ने लोगों का अभिभावदन किया। इसके बाद गाड़ी में बैठकर रवाना हुए तो रास्ते में खड़े लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर सुरक्षा दस्ता एक्टिव हो गया। लेकिन पीएम मोदी ने अपनी काशी के लोगों का प्यार देख अपने और आम लोगों के बीच से सुरक्षा हटा दी और गाड़ी का दरवाजा भी खोल दिया।
पीएम के दरवाजा खोलते ही उन पर फूलों की बारिश शुरू हो गई। मौके पर मौजूद गुजराती समाज के लोगों ने अभिनंदन किया। गुजराती समाज की ओर से उनको साफा पहनाया गया। इत्र लगाया गया और गोपाल मंदिर का प्रसाद भी दिया गया। मोहन भाई सोनावले ने पीएम को पगड़ी पहनाई।