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औघडऩाथ मंदिर से शहीद स्मारक पहुंचकर PM मोदी ने धर्म के साथ ही राष्ट्रवाद का रंग भरा

[Edited By: Vijay]

Monday, 3rd January , 2022 12:17 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने अंदाज में संवाद करते हुए जनमानस के दिलों में उतर जाते हैं। वो जहां पहुंचते हैं, वहां की स्थानीय विशेषताओं का जिक्र करते हुए लोगों से भावनात्मक तार जरूर जोड़ते हैं। चुनावी मौसम में मेरठ के सलावा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 'खेल-खेल' में ही सियासी पिच पर कई बार मास्टर स्ट्रोक खेला। पश्चिमी उप्र के उन तमाम मसलों को छेड़कर पार्टी की ताकत को धार दी, जिसकी बुनियाद पर भाजपा 2022 विधानसभा चुनावों में जीत के सपने बुन रही है। औघडऩाथ मंदिर से शहीद स्मारक पहुंचकर मोदी ने धर्म के साथ ही राष्ट्रवाद का रंग भरा, वहीं मंच से मेरठ के सोतीगंज, पलायन, एवं दंगों का जिक्र कर सियासी पारा चढ़ाया। युवाओं, खिलाडिय़ों, उद्यमियों के साथ ही किसानों पर खास फोकस किया।

पूरे प्रदेश को बड़ा संदेश दिया

पीएम मोदी ने जता दिया कि 2022 के विधानसभा चुनावों में पश्चिमी उप्र अहम भूमिका निभाएगा। पहली बार कोई प्रधानमंत्री औघड़नाथ मंदिर और शहीद स्मारक पहुंचा। इस कदम से नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान पूरे प्रदेश को बड़ा संदेश दिया है। गत दिनों पीएम ने काशी विश्वनाथ मंदिर कारीडोर का शुभारंभ कर पूर्वांचल को साधा, वहीं मेरठ के औघडऩाथ मंदिर में दस मिनट बिताकर उन्होंने पश्चिम उप्र से लगाव को और गहरा किया। सदर में शनि मंदिर के बगल से कार द्वारा गुजरने के दौरान सड़कों पर खड़ी भीड़ से हाथ हिलाकर संवाद किया। संबोधन के दौरान मेरठ को रामायण एवं महाभारतकालीन बताने के साथ ही जैन तीर्थंकर एवं पंज प्यारे में से एक भाई धरम सिंह का जिक्र कर जैन और सिख समुदाय से भी रिश्ता जोड़ा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने पश्चिमी उप्र से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा पर पुष्पवर्षा की बात कही तो पूरा मैदान तालियों से गूंजा। भावनाएं स्पष्ट झलक रही थीं, छलक रही थीं।

खिलाडिय़ों को दुलारा, उद्यमियों की पीठ थपथपाई

सलावा में मंच पर आने से पहले मोदी ने 32 खिलाडिय़ों से सीधा संवाद कर जताया कि पश्चिमी उप्र को खेलकूद की राजधानी बनाया जाएगा। हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की कर्मभूमि मेरठ बताकर खेल विवि की स्थानीयता को ठोस पहचान दी। मेरठ के खेल उत्पादों को विश्वस्तरीय बताते हुए उद्यमियों से दस मिनट से ज्यादा संवाद किया। उनकी पीठ थपथपाई। गजक, हैंडलूम, रेवड़ी, ब्रास बैंड इंडस्ट्री का भी जिक्र किया। मेरठ-मुजफ्फरनगर में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होने पर निवेश बढऩे की भी बात कही।

किसान सिर आंखों पर

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जिक्र करते हुए मोदी ने किसानों को साधने का प्रयास किया। गन्ना किसानों के गढ़ पश्चिमी उप्र में मोदी ने पूछा 'बताओ, दूसरी सरकारों ने चीनी मिलों को बंद किया कि नहीं। वो मिलें बंद करते थे, योगीजी मिलों का विस्तार करते हैं। उप्र ने पिछले साढ़े चार साल में गन्ने की खेती के माध्यम से रिकार्ड 12 हजार करोड़ का एथेनाल बेचा है।' उन्होंने फूड प्रोसेसिंग एवं भंडारण क्षमता पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च करने की बात कहकर किसानों को साधा।

विकास की निकली तान

नरेन्द्र मोदी एक्सप्रेस-वे से मेरठ आए। इसे बड़ा संदेश माना जा रहा है। पिछले दिनों केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं हाईवे मंत्री नितिन गडकरी भी इसी रास्ते मेरठ आए थे। मोदी शहर के अंदर से लेकर सलावा तक कार से गए, और मंच से भी कहा कि 'मेरठ-मुजफ्फरनगर में देश का सबसे आधुनिक इंफ्रा बन रहा है, यहां मेट्रो-रैपिड एक साथ चलेंगी। हाल में मेरठ में आइटी पार्क का लोकार्पण हुआ है। डबल इंजन की सरकार की स्पीड भी डबल है।'

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