[Edited By: Punit tiwari]
Friday, 29th January , 2021 06:13 pmदेश ने 26 जनवरी को 72वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस दिन राजपथ पर परेड का आयोजन किया गया। गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद यानि की आज बीटिंग रिट्रीट का समारोह विजय चौक पर शुरू हो गया है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद हैं।
इस बार बीटिंग-रिट्रीट समारोह की शुरुआत 1971 युद्ध में पाकिस्तान पर मिली जीत के लिए तैयार की गई खास धुन से की गई है। इस धुन को ‘स्वर्णिम विजय’ थीम नाम दिया गया है। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल इस समारोह में केवल पांच हजार लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गई थी। पहले ये संख्या 25 हजार तक पहुंच जाती थी। प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति सहित शीर्ष सैन्य नेतृत्व की मौजूदगी में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी से 72वें गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो जाएगा। इसके अलावा गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में हुए किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा और अराजकता को देखते हुए रायसीना हिल और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
‘बीटिंग द रिट्रीट’ भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। पंद्रह सैन्य बैंड और रेजिमेंटल सेंटरों और बटालियनों के इतनी ही संख्या में ड्रम बैंड समारोह में शामिल हुए हैं। भारत में बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी। तब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट ने इस सेरेमनी को सेनाओं के बैंड्स के डिस्प्ले के साथ पूरा किया था। बीटिंग द रिट्रीट के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति होते हैं। हर वर्ष गणतंत्र दिवस के बाद 29 जनवरी की शाम को 'बीटिंग द रिट्रीट' कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। रायसीना रोड पर राष्ट्रपति भवन के सामने इसका प्रदर्शन किया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट के साथ ही होता है।