नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोनाकाल में एक तरफ पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए रैलियां भी कर रहे हैं। दूसरी ओर विभिन्न विषयों और सेक्टर्स पर वेबिनार में भी शामिल हो रहे हैं। पीएम मोदी ने बुधवार को देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एजुकेशन, रिसर्च और स्किल डेवलपमेंट के महत्व पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने युवाओं में आत्मविश्वास की महत्व को समझाया। मोदी ने कहा, 'आत्मविश्वास तभी आता है, जब उसको एहसास होता है कि उसकी पढ़ाई, उसे अपना काम करने का अवसर और जरूरी स्किल दिया जा रहा हो। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी सोच के साथ बनाई गई है।'
पीएम ने कहा कि प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक भारतीय भाषाओं में कंटेंट को तैयार करना होगा। भाषा के कारण गरीब बच्चों के टैलेंट को मरने नहीं देना चाहिए। पीएम मोदी ने वेबिनार में कहा, 'आज का ये मंथन ऐसे समय में हो रहा है, जब देश अपने पर्सनल, इंटेलेक्चुअल, इंडस्ट्रियल टेंपरामेंट और टैलेंट को दिशा देने वाले पूरे इकोसिस्टम को ट्रांसफॉर्म (बदलाव) करने की तरफ तेजी से बढ़ रहा है।' उन्होंने कहा, 'बीते वर्षों में शिक्षा, रोजगार को उद्यम की क्षमता से जोड़ने का जो प्रयास किया गया है, ये बजट 2021 उनको और विस्तार देता है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि आज वैज्ञानिक प्रकाशन के मामले में भारत टॉप तीन देशों में आ चुका है।
पीएम मोदी ने वेबिनार में कहा, 'पहली बार देश के स्कूलों में अटल थिंकरिंग लैब्स से लेकर उच्च संस्थानों में अटल इंक्यूबेशन सेंटर्स तक पर फोकस किया जा रहा है। देश में स्टार्टअप्स के लिए हैकाथॉन की नई परंपरा देश में बन चुकी है, जो देश के युवाओं और इंडस्ट्री, दोनों के लिए बहुत बड़ी ताकत बन रही है।' पीएम ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए, उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए बायोटेक्नोलॉजी से जुड़ी रिसर्च में जो साथी लगे हैं, देश को उनसे बहुत उम्मीदें हैं। मेरा इंडस्ट्री के तमाम साथियों से आग्रह है कि इसमें अपनी भागीदारी को बढ़ाए।