लखनऊ-यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना से हाल बेहाल है। तो वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक की चिट्ठी ने खोलकर रख दी। कानून मंत्री की चिट्ठी सामने आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। सपा के प्रवक्ता ने सरकार पर तीखा हमला बोला है।अनुराग भदौरिया ने सीएम योगी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना की वजह से प्रदेश की जनता मौत से जुझ रही है तो वहीं प्रदेश के मुखिया चुनाव प्रचार में व्यस्त है। उत्तर प्रदेश की हेल्थ व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
अहंकार में डूबी भाजपा सरकार विपक्ष की बातों को झूठा साबित करने में लगी रहती है
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 13, 2021
प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने पत्र लिखकर लखनऊ की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर चिंता जाहिर की है
योगी जी अहंकार और उत्सव छोड़िये, व्यवस्थाओं को सुधारिए
लखनऊ ही नहीं पुरे प्रदेश की हालत चिंताजनक है pic.twitter.com/6EwVgQFtvy
यूपी कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अहंकार में डूबी भाजपा सरकार विपक्ष की बातों को झूठा साबित करने में लगी रहती है,प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने पत्र लिखकर लखनऊ की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर चिंता जाहिर की है। योगी जी अहंकार और उत्सव छोड़िये, व्यवस्थाओं को सुधारिए,लखनऊ ही नहीं पुरे प्रदेश की हालत चिंताजनक है।
लखनऊ के हालात बेहद खौफनाक एवं चिंताजनक है। उप्र सरकार के कानून मंत्री की यह चिट्ठी स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बयां कर रही है।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) April 13, 2021
कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अपने पत्र में साफ कहा है न एंबुलेंस है, न बेड और न ही जांच।
जिस मुख्यमंत्री से लखनऊ नहीं संभल रहा उससे उप्र क्या संभलेगा। pic.twitter.com/Y1UU5rP0Jm
वहीं यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट करते हुए लिखा लखनऊ के हालात बेहद खौफनाक एवं चिंताजनक है। उप्र सरकार के कानून मंत्री की यह चिट्ठी स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बयां कर रही है। कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अपने पत्र में साफ कहा है न एंबुलेंस है, न बेड और न ही जांच। जिस मुख्यमंत्री से लखनऊ नहीं संभल रहा उससे उप्र क्या संभलेगा।
बता दें योगी सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक की चिट्ठी ने खोलकर रख दी। चिट्ठी में साफ लिखा कि राजधानी लखनऊ में न ही एबुलेंस है ना बेड और ना ही टेस्ट कराया जा रहा है। यहां घंटों एबुलेंस के लिए मरीजों का फोन नहीं उठाया जा रहा। चिंता जताते हुए कानून मंत्री ने लिखा कि अगर व्यवस्था सही नहीं हुई तो राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन लगाता पड़ सकता है।