एक न्यूज चैनल ने साक्षी की पापा से फोन पर बात भी कराई तो विधायक ने उससे बात करने से मना कर दिया। सिर्फ इतना कहा कि वह जहां भी रहे, खुश रहे। चैनल की ओर से विधायक से यह सवाल भी पूछा गया कि क्या वह अब अपनी बेटी को स्वीकार करेंगे। इस पर विधायक ने कहा कि इस तरह के सवाल पूछकर उनके परिवार को आत्महत्या करने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है। वह सिर्फ एक ही बात कहना चाहते हैं कि वह किसी का पीछा नहीं कर रहे। न ही उनसे या उनके किसी समर्थक से किसी को जान का खतरा है।
भाजपा विधायक की बेटी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में फिर अपने पापा और उनके समर्थकों से अपनी और अपने पति की जान का खतरा बताया है। एक न्यूज चैनल ने बेटी की पिता से फोन पर बात भी कराई।
इस बातचीत में साक्षी ने फिर वही आरोप दोहराए, जो वायरल हुए वीडियो में लगाए थे। चैनल से बातचीत में साक्षी ने आरोप लगाया कि उसको और उसके पति के परिवार को जान का खतरा है। कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं। वह दोनों को जान से मार सकते हैं। साक्षी ने यह आरोप भी लगाया कि उसके परिवार में भाई को सब तरह से निर्णय लेने की आजादी थी, लेकिन उस पर सभी बंधन लागू होते थे। उसे किसी ने समझने की कोशिश नहीं की। साक्षी ने परिवार के सदस्यों पर उससे अपशब्द बोलने और बात-बात पर डांटने के भी आरोप लगाए।
ये भी कहा जा रहा है कि विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी मिश्रा की शादी उनके पिता आइएसएस (IAS) ऑफिसर से करवाना चाहते थे। साक्षी मिश्रा ने कहा कि उनके पिता और मां 2 जुलाई को इसी सिलसिले में लखनऊ गए थे। हालांकि उन्होंने सबको कहा कि वे मम्मी को डॉक्टर से दिखाने ले जा रहे हैं।
साक्षी मिश्रा ने बताया कि इसके बाद ही उन्होंने फैसला किया कि अब घर से निकलना ही पड़ेगा। इसके बाद अजितेश से बात हुई, और वे 3 जुलाई को शाम 4 बजे घर से निकली। उस वक्त उनके घर में साक्षी की छोटी बहन और उनके मामा का बेटा मौजूद था।
प्रयागराज के राम जानकी मंदिर में अजितेश-साक्षी ने शादी कर ली अजितेश कुमार साक्षी मिश्रा के भाई विक्की का दोस्त हैं। अजितेश और साक्षी एक दूसरे को कई सालों से जानते थे। इस बीच अजितेश की सगाई एक भोपाल की लड़की से हुई। हालांकि बाद में शादी टूट हुई। वहीं अब 4 जुलाई को प्रयागराज के राम जानकी मंदिर में अजितेश कुमार और साक्षी मिश्रा ने शादी कर ली।