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सीएम योगी का बयान, UPA के कार्यकाल में सबसे ज्यादा किसानों ने की आत्महत्या

[Edited By: Punit tiwari]

Friday, 25th December , 2020 12:30 pm

लखनऊ- पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को बीजेपी सुशासन दिवस के रूप में मना रही है। इस मौके पर यूपी में कई जगहों पर बीजेपी नेता किसानों के साथ संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में लखनऊ के मोहनलाल गंज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस कार्यक्रम में उन्होंने दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। योगी ने पीएम मोदी द्वारा चलाई गई कई योजनाओं का जिक्र भी किया। इसके अलावा उन्होंने विपक्ष पर किसानों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया।

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी की प्रेरणा से पूरा देश सुशासन दिवस को किसान भाइयों के सम्मान दिवस के रूप में मना रहा है। क्योंकि किसानों के हितों और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए अटल जी ने पहला प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि पीडीएस की व्यवस्था, अंत्योदय और अन्नापूर्णा योजना अटल जी की देन है। इसमे हर गरीब को निशुल्क या सस्ते में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। आजादी के बाद पहली बार देश के अंदर ग्रामीण अर्थ्यवस्था पर जोर देने का प्रयास अटल जी के समय पर हुआ था। जब पीएम ग्रामीण सड़क योजना शुरू हुई थी और गांव पक्की सड़कों से जुड़े। इन सड़कों की वजह से किसान अपनी उपज को मंडी, बाजार तक ले जा सकते हैं।

सीएम योगी ने कहा कि आज देश का किसान खुशहाल है। किसानों की खुशहाली पहले भी लाई जा सकती थी, लेकिन पहली की सरकारों के पास समय नहीं था। परिवार, जातिवाद, क्षेत्र और भाषा के नाम पर भेदभाव करना अपनी राजनीतिक जीवन का उद्देश्य बना दिया है। ऐसे लोगों से गांव, किसानों, नौजवानों के लिए रोजगार के विकास की उम्मीद नहीं कर सकते।

सीएम ने आगे कहा कि 2004 से 14 के बीच प्रदेश और देश में किसानों ने सबसे ज्यादा आत्महत्याएं की। क्योंकि किसानों को बीज, बिजली, खाद नहीं मिलता था। अनाज का दाम भी नहीं मिलता था। गन्ना किसानों को कई सालों तक उनका भुगतान नहीं मिलता था। निराश किसान कर्ज के नीचे दब चुका था। उसके सामने पलायन, आत्महत्या के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा था। सीएम योगी ने कहा कि मोदी के पीएम बनने के बाद 6 सालों में कही भी खाद, बिजली की कमी नहीं है। हमारी सरकार आने के बाद यूपी में क्रय केंद्रों के जरिए न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को देना शुरू किया। पीएम मोदी ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार लागत का लागत का डेढ़ गुना दाम किसानों के खाते में देना शुरू किया। हमने सबसे पहले किसानों का कर्जा माफ किया। 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया।

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