बेंगलुरु में दो दिनों तक विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में गठबंधन के नाम की घोषणा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसकी घोषणा मंगलवार की। उन्होंने विपक्षी गठबंधन के नाम को 'इंडिया' बताया। वहीं, इसको लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ गया है। एक तरफ बीजेपी इसका विरोध कर रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी एकता के सूत्रधार सीएम नीतीश कुमार भी नाराज बताए जा रहे हैं। न्यूज एजेंसी के अनुसार इस नाम नीतीश कुमार खुश नहीं हैं। उन्होंने 'भारत' से संबंधित नाम रखने का सुझाव दिया है। बता दें कि नीतीश कुमार मंगलवार को विपक्षी पार्टियों के प्रेस वर्ता से पहले ही रवाना हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार विपक्षी गठबंधन के नाम लेकर सीएम नीतीश कुमार ने 'भारत' से संबंधित नाम रखने का सुझाव दिया था, लेकिन बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारे गठबंधन का नाम 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ होगा। सभी ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन भी कर दिया, लेकिन इस प्रस्ताव पर सीएम नीतीश कुमार की नाराजगी की बात सामने आ रही है। इससे वह प्रेस कॉन्फ्रेंस शामिल नहीं हुए और सीधे पटना के लिए निकल गए।
Development Inclusive Alliance (I-N-D-I-A) नाम पर विपक्षी दलों में तकरार का बढ़ना जारी है। खबर है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कथित नाराजगी के बाद अब जनता दल यूनाटेड ने कांग्रेस पर गठबंधन को 'हाईजैक' करने के भी आरोप लगा दिए हैं। खास बात है कि बीते लगभग 11 महीनों में नीतीश लगातार विपक्षी नेताओं को एकजुट करने के लिए राज्यों का दौरा कर रहे थे। कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से विपक्षी गठबंधन को यह नाम दिया गया है।
वहीं, इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक से जल्दी लौट आये क्योंकि वह नये गठबंधन का संयोजक नहीं बनाये जाने से नाराज थे। जानबूझकर बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शामिल नहीं हुए। क्योंकि वह ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) का संयोजक नहीं बनाए जाने से अपमानित महसूस कर रहे थे। उनके नाराज होने का एक और बड़ा कारण रहा। दरअसल जिस विपक्षी एकता की नींव नीतीश कुमार ने रखी थी, उसे अब कांग्रेस पार्टी ने हाइजेक कर लिया है। जो नेता कभी एक-दूसरे का मुंह नहीं देखना चाहते थे, नीतीश कुमार ने उन्हें पटना में एक छत के नीचे खड़ा कर दिया था। बेंगलुरु बैठक में कांग्रेस ने नीतीश कुमार की मेहनत को अपने खाते में जोड़ने की कोशिश की। कांग्रेस की ओर से ये मैसेज देने की कोशिश की गई कि देश में कांग्रेस ही बीजेपी का विकल्प है। बैठक में सोनिया गांधी की मौजूदगी से ये भी साफ हो गया कि मुकाबला मोदी बनाम सोनिया होगा, नीतीश इसमें कहीं नहीं हैं।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल ने अगले आम चुनाव में खुद को भाजपा के खिलाफ प्रोजेक्ट करने के लिए नाम का प्रस्ताव सामने रखा है। खबर है कि विपक्षी दलों ने 'जीतेगा भारत' टैगलाइन पर भी सहमति बना ली है। हालांकि, खबरें पहले ही आ रही थीं कि विपक्षी दल गठबंधन के नाम में 'भारत' का जिक्र चाहते हैं।