आज यानि उत्तर प्रदेश की सियासत फिर गरमा चुकी है, एक तरफ जहाँ कानपुर में सपा और भाजपा आमने सामने आई वहीं दूसरी तरफ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विवादित बयान दिया है। आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर के दौरे पर आए, इस दौरान उन्होंने मेट्रो में बैठ कर सफर किया, साथ ही 5-6 हफ्तों में मेट्रो के दरवाजे आम जनमानस के लिए खोलने का अनुमान जताया।
आपको बता दें योगी ने आज ज़ीका वायरस पर समीक्षा बैठक की जिसके बाद वो जीका वायरस से प्रभावित क्षेत्र पहुंचे और संक्रमण से उबरे लोगो से मुलाकात की साथ ही क्षेत्र के लोगो को भरोसा दिया कि संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान योगी ने जीका नियंत्रण केंद्र पर मौजूद स्वस्थ विभाग के लोगो से स्थिति का जायजा भी लिया। यह तो हुई सीधी-सीधी बात अब समझते है सियासत के नज़रिए से तो आज मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान सपा के विधायक अमिताभ बाजपाई को नजर बंद कर दिया गया। वजह यह रही की विधायक जी मुख्यमंत्री का विरोध कर रहे थे, उनका कहना है कि मेट्रो सपा की देन है और भाजपा मेट्रो को अपनी बड़ी कामयाबी के रूप में जनता के सामने पेश कर रही है। इस दौरान विधायक अमिताभ बाजपाई ने काले गुब्बारे भी छोड़े।
यहाँ तक की सियासत समझ आती है कि चुनाव नजदीक है और पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते है। मगर वाराणसी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता। कहा कि जिन्ना पर अटल जी, आडवाणी और देश के बड़े-बड़े शुभचिंतक नेता बयान देते थे। आज जिन्ना की चर्चा ही नहीं होती। भाजपाई माफी मांग-मांग कर चाहे होते और जिन्ना को प्रधानमंत्री बना देते तो आज यह विवाद नहीं होता। बता दें कि कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने एक सभा में जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बताया था। इसे लेकर काफी विवाद हुआ था। इस बारे में जब ओम प्रकाश राजभर से पूछा गया तो उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बता रखी।