काशी में भाजपा की बैठक में हिस्सा लेने आए उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने विपक्षी नेताओं पर जमकर निशाना साधा। सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी पर निशाना साधते हुए उप-मुख्यमंत्री बोले कि कुछ मौसमी रामभक्त आए, कुछ समय रामनामी दुपट्टा पहन कर ‘जय हनुमान ज्ञान गुन सागर’ का पाठ करके घंटा बजाया अब वह अपने पुराने ढर्रे पर फिर लौट गए हैं।
उनकी मानसिकता जिन्नावादी और तालिबानी है। इस तरह की मानसिकता अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में अब नहीं चलेगी। इसी सिलसिले में उन्होंने कहा कि विचारधारा का नाम लेकर तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों के दिन अब पूरे हो गए हैं। जो भी भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवादी सोच के खिलाफ काम करेगा, उसके लिए यहां कोई जगह नहीं है। इस प्रदेश में कोई हैदराबाद से आकर सांप्रदायिक सोच ला रहा है। तो कोई जिन्नावादी सोच के साथ राजनीति करना चाहता है। अब यह सब यहां नहीं चल पाएगा।
इस दौरान उप-मुख्यमंत्री ने अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा, "भाजपा में संगठन का जो शीर्ष नेतृत्व होता है वह निचले स्तर तक के कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देता है। हमारे नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह एक चलती-फिरती संस्था हैं। उनका जो संगठनात्मक कौशल है, उसके बारे में सिर्फ देश में ही नहीं, आने वाले समय में दुनिया के कई देशों में अध्ययन होगा।"
आगामी चुनाव को देखते हुए यूपी के भाजपा के बूथ स्तर के कैडर बेस्ड कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। इससे ऐसा लग रहा है कि इस बार पहले से भी बेहतर परिणाम रहेगा और सारे रिकॉर्ड टूटेंगे। यूपी में हो रहे राजनीतिक गठबंधनों को लेकर उन्होंने कहा कि इनका और भी बुरा हाल होने वाला है।
2017 और 2019 के चुनाव के साथ ही उसके बाद के उपचुनाव के परिणाम इस बात के गवाह हैं। प्रदेश में टीएमसी के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि बंगाल जैसी राजनीति यूपी की जनता स्वीकार नहीं करेगी। यूपी में जातिवाद, संप्रदायवाद और भाई-भतीजावाद की कोई जगह नहीं है। अब यहां सिर्फ विकासवाद है। जिसके आधार पर भाजपा चल रही है।