उत्तर प्रदेश सरकार ने पोषण अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर के लिए मासिक प्रोत्साहन देने संबंधी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस बारे में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने शासनादेश जारी कर दिया है। इसके तहत मासिक प्रोत्साहन मापदंड तय किए गए हैं।
आंगनबाड़ी वर्कर के लिए पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करना और लाभार्थियों का डाटा अपलोड करना अनिवार्य किया गया है। लाभार्थियों को घर-घर जाकर टेक होम राशन वितरित करना, आंगनबाड़ी हेल्पर के लिए टेक होम राशन वितरण में सहयोग आदि प्रदान करना भी शामिल है।
शासनादेश के अनुसार, प्रत्येक माह आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 0-6 वर्ष के कम से कम 80 प्रतिशत सामान्य और अंडरवेट बच्चों का मापन किया गया हो। आंगनबाड़ी वर्कर के मानदंडों को पूरा करने पर 500 रुपये दिए जाएंगे। इसी तरह आंगनबाड़ी सहायिका के मानदंड पूरा करने पर 250 रुपये दिए जाएंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्मार्ट आंगनबाड़ी को बच्चों के सर्वांगीण विकास की नींव बताया था. उन्होंने कहा था कि साढ़े चार साल पहले तक महज धरना-प्रदर्शन के लिए पहचानी जाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां आज पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ बच्चों के पोषण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को स्मार्टफोन और आंगनबाड़ी केंद्रों को इंफेंटोमीटर प्रदान करते हुए सीएम ने कहा कि तकनीक से जुड़कर आंगनबाड़ी बहनें स्मार्ट होंगी। हर बच्चे के स्वास्थ्य की स्वास्थ्य की सीधी जानकारी मिलेगी. दैनिक कामकाज आसान होगा और काम में पारदर्शिता आएगी