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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुरू की एक नई परंपरा

[Edited By: Rajendra]

Monday, 26th December , 2022 12:59 pm

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक नई परंपरा का आगाज कर दिया। उन्होंने दलगत भावना से ऊपर उठकर बीजेपी के दिग्गज नेता रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ-साथ कई पूर्व प्रधानमंत्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 108 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा की पहली ब्रेक के बाद राहुल ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधी स्थलों पर पहुंचे और उन पर फूल चढ़ाए और इन महापुरुषों को नमन किया।

राहुल गांधी ने सबसे पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि 'वीर भूमि' पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी की समाधि 'शक्ति स्थल', नेहरू की समाधि 'शांति वन', लाल बहादुर की समाधि 'विजय घाट', महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और वाजपेयी की समाधि 'सदैव अटल' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बड़ी बात है कि गांधी परिवार का कोई सदस्य या कांग्रेस का कोई शीर्ष नेता पहली बार वाजपेयी की समाधि पर पहुंचा। वाजपेयी की 25 दिसंबर को जयंती थी।

इस बीच, कांग्रेस नेता गौरव पांधी के एक ट्वीट पर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल, गौरव पांधी ने अटल जी को अंग्रेजों का एजेंट बता दिया है, जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर गौरव पांधी की विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाया है। अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर पांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला करते हुए कहा कि दिवंगत बीजेपी नेता ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान "ब्रिटिश मुखबिर" के रूप में काम किया।

एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस नेता ने लिखा, "नेल्ली हत्याकांड हो या बाबरी का विध्वंस, वाजपेयी ने भीड़ को उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण है कि आज बीजेपी नेता हमेशा मोदी की तुलना गांधी, पटेल या अन्य कांग्रेस नेताओं से करते हैं न कि सावरकर, वाजपेयी या गोलवलकर से...। वे सच्चाई जानते हैं।" बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ट्वीट को हटाना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने इस पर कांग्रेस से अपना रुख स्पष्ट करने और पांधी की टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की है।"

कांग्रेस पार्टी के अनुसार, पहले राहुल गांधी का शनिवार शाम ही इन नेताओं की समाधियों पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन शनिवार शाम पदयात्रा के पूरा होने में समय लग जाने के कारण इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया। 'भारत जोड़ो यात्रा' में करीब 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने इन प्रमुख नेताओं की समाधियों पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पदयात्रा करते हुए राहुल और कई अन्य 'भारत यात्री' शनिवार को दिल्ली में दाखिल हुए थे। कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा अब तक नौ राज्यों- तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है। यात्रा लगभग आठ दिनों के विराम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अंत में जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ेगी।

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