चंडीगढ़- पंजाब की 109 नगर निकाय-नगर पंचायत और सात नगर निगम के लिए हुए मतदान की मतगणना जारी है। कांग्रेस ने पंजाब की सात नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ कर दिया। स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मोगा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, पठानकोट, बटाला और बठिंडा नगर निगम जीत ली है। बठिंडा नगर निगम कांग्रेस के खाते में 53 साल बाद आई है। बठिंडा लोकसभा का प्रतिनिधित्व शिरोमणी अकाली दल की हरसिमरत बादल करती हैं। राज्य में केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ किसानों के विरोध के बाद उन्होंने खुद को सरकार से अलग कर लिया था। मोहाली नगर निगम के नतीजों का ऐलान गुरुवार को किया जाएगा।
बठिंडा की कुल 50 सीटों में से कांग्रेस ने 47 पर जीत दर्ज की है वहीं अकाली दल सिर्फ 3 सीटों पर सिमट गई। बीजेपी और आम आदमी पार्टी यहां भी अपना खाता नहीं खोल पाई। अबोहर नगर निगम की कुल 50 सीटों में कांग्रेस ने 49 पर जीत दर्ज की है। वहीं यहां अकाली दल के हिस्से में एक सीट आया है। गुरदासपुर में भी कांग्रेस ने सभी 29 वार्ड में जीत दर्ज की है। गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद सनी देओल हैं।
होशियारपुर के 50 वार्ड में से कांग्रेस ने 41 पर जीत दर्ज की है। वहीं निर्दलीय के खाते में 4, बीजेपी 3 पर, AAP दो वार्ड में जीत हासिल कर सकी। यहां अकाली दल अपना खाता भी नहीं खोल पाई। पठानकोट के सभी 50 वार्डों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। यहां बीजेपी ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस 37, अकाली दल एक, निर्दलीय एक और AAP शून्य पर रह गई। कपूरथला नगर निगम के 50 वार्ड में कांग्रेस 44, निर्दलीय 2, अकाली दल 3 वार्ड में जीत दर्ज की। एक सीट पर मुकाबला टाई रहा। बीजेपी और आम आदमी पार्टी को यहां से कोई सीट नहीं मिली है। फरीदकोट नगर काउंसिल में कांग्रेस को 16, अकाली दल को 7, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय को 1-1 सीट मिली है। बीजेपी यहां खाता नहीं खोल पाई।
जालंधर में भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। यहां की फिल्लौर म्यूनिसिपल काउंसिल में कांग्रेस ने 15 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि अकाली दल और बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली। तीन सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं। बीएसपी को भी एक सीट पर जीत मिली। पंजाब में 8 नगर निगमों- अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट और मोगा के 2,302 वार्डों और 109 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे। कुल उम्मीदवारों में से 2,832 ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा, जबकि 2,037 सत्तारूढ़ कांग्रेस के और 1,569 अकाली दल के उम्मीदवार थे। वहीं बीजेपी, आम आदमी पार्टी और बीएसपी के उम्मीदवारों की संख्या क्रमशः 1,003, 1,606 और 160 थी।