गोरखपुर-अपने गृह जनपद गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राप्ती नदी के किनारे बने तीन घाटों का लोकापर्ण किया। गुरु गोरक्षनाथघाट, रामघाट जहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं को लिए बनाया गया है तो मुक्तेश्वरनाथ घाट अंतिम संस्कार के लिए बनाया है। रामघाट और गुरु गोरक्षनाथ घाट पर 25 हजार से अधिक दीये जलाये गये। मुख्यमंत्री ने राप्ती की आरती भी की।
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर स्नान घाट है। उस पार रामघाट और एक ओर राजघाट पर शवदाह का प्रबंध किया गया है। लकड़ी के साथ इलेक्ट्रिक शव दाह होगा। जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्य भी निश्चित है। जिनका भी अंतिम संस्कार हो, वहां पर सम्मान के साथ हो। राजघाट का नाम बाबा मुक्तेश्वरनाथ के नाम पर होगा। कहते हैं कि बगल के मुक्तेश्वरनाथ मंदिर के पास से राप्ती नदी बहती थी। जल है तो कल है। राप्ती नदी को शुद्ध बनाएंगे। इसकी पवित्रता को बनाये रखेंगे। इस पार और उस पर आरती के नियमित कार्यक्रम का स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कमेटी बनाकर सुनिश्चित करें। कितना सुंदर आज घाट लग रहा है। लोगों को लगना चहिए की यहां के लोग भी सुंदर हैं।
साथ ही सीएम योगी ने कहा कि रामगढ़ताल को भी इसके पहले सुंदर बनाया गया है। वहां पर सी प्लेन उतारने का प्लान है। इसी मार्च में गोरखपुर को चिड़ियाघर की सौगात मिलेगी। जानवर आने शुरू हो चुके हैं। जब भी आपके पास समय हो, तो वहां पर बच्चों को लेकर जाएं। ज्ञानार्जन और आनंद भी आएगा। चारों ओर 4 और 6 लेन कि सड़क बन रही है। इससे यहां रोजगार के अवसर आएंगे, तो लोगों को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा।