शनिवार को पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। एक साल के भीतर भारतीय जनता पार्टी अपने 7 दिग्गज नेताओं को खो चुकी है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का 14 अगस्त, 2018 को निधन हुआ था. उनकी उम्र 90 वर्ष थी. उन्हें बेचैनी होने के बाद डॉ. बीआर अंबेडकर स्मारक अस्पताल ले जाया गया था. जहां बाद में उनका निधन हो गया था. टंडन जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और जुलाई, 2014 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बने थे.
पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त, 2018 को हुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी नली में संक्रमण, छाती में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून 2019 को एम्स में भर्ती कराया गया था. अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ. वह चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सदस्य रहे. इसके अलावा तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना का निधन 27 अक्टूबर, 2018 को हुआ था. उन्हें दिल्ली के सियासी गलियारे में बीजेपी का सबसे बड़ा नेता माना जाता था. खुराना ने राजनीतिक सफर की शुरुआत जनसंघ के साथ की थी. वह पार्टी और सरकार में कई पदों पर रहे थे. मदन लाल खुराना दिल्ली के 1993 से 1996 तक मुख्यमंत्री रहे थे. 2001 में उन्हें राजस्थान का राज्यपाल भी बनाया गया था.
भाजपा नेता अनंत कुमार का निधन 12 नवंबर 2018 को हुआ था. वह कई बार संसद सदस्य भी रहे थे. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पहले बीजेपी सरकार और फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार में मंत्री पद भी संभाला था. वह कैंसर से जूझ रहे थे.
पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन 17 मार्च, 2019 को हुआ था. वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे. वह चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे थे और गोवा की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ थी.
भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त, 2019 को हुआ था. वह 67 वर्ष की थीं. उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ था. सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं. उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था.
24 अगस्त 2019 शनिवार को पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनको बीते 9 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था. उस समय उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई. कुछ साल पहले ही उनकी बैरियाट्रिक सर्जरी की गई थी. बता दें कि पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की हालत बीते शुक्रवार को ही बिगड़ गई थी.