शुक्रवार को नई सरकार के गठन के बाद कर्नाटक में करीब एक महीने से चला आ रहा सियासी संकट शांत होने की उम्मीद है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया और शाम 6 बजे चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालांकि इस नई सरकार पर भी संकट के बादल अभी से मंडरा रहे हैं।
गुरुवार को ही स्पीकर रमेश कुमार ने तीन बागी विधायकों को दल-बदल रोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया है। इसके अलावा 14 बागी विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। इस तरह असेंबली की स्ट्रेंथ अब भी 222 बनी हुई है। ऐसे में बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को 112 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा। जबकि उनके पास अभी 106 विधायकों का ही समर्थन है।
उधर बीजेपी ने कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के गिरने के बाद से ही फूलप्रूफ प्लान बनाया हुआ है। बीजेपी यह सुनिश्चित कर रही है कि अंतिम समय तक कोई गड़बड़ न हो सके। यही वजह है कि मुंबई में कैंप कर रहे कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक येदियुरप्पा के सीएम पद की शपथ लेने के बाद ही बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि कुमारस्वामी सरकार के विश्वासमत हासिल न करने से बागी विधायक बहुत खुश हैं।