इस समय देश में सबसे ज्यादा चर्चा में यूपी का बरेली शहर है। इसकी वजह है भाजपा विधायक की बेटी साक्षी मिश्रा। अब साक्षी और उनके पति अजितेश के मामले में एक और नया मोड़ आ चुका है। प्रेम में पड़कर विधायक पिता से बगावत कर घर छोड़ने का ये साधारण मामला नजर नहीं आ रहा है। इसके अपने सियासी मायने हैं। अभी तक के संकेतों से साफ जाहिर है कि इसके पीछे एक सियासी साजिश भी है। जिनके रणनीतिकारों के नाटक पर साक्षी और अजितेश मंचन कर रहे हैं। कॉल डिटेल के बाद अब साक्षी अजितेश के बैंक खातों की भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। तीन दिन में उनके खाते में एक लाख रुपये की रकम अलग अलग तरीकों से ट्रांसफर की गई है।
कर्ज में डूबे नशे के आदी अजितेश के पास तो पहले से ही अपना बैंक बैलेंस नहीं था। सूत्रों की माने तो विधायक की बेटी साक्षी ही अजितेश को लंबे समय से आर्थिक मदद कर रही थी। इसके अलावा विधायक के बेटे विक्की भरतौल और गौरव सिंह अरमान की दोस्ती की वजह से वह अपना धंधा पानी चला रहा था। भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने जब गौरव सिंह अरमान के आउट किया। इसके बाद से पूरी कहानी बिखरती चली गई। दोस्त दुश्मन हो गये।
साथ खाने पीने और उठने बैठने वाले अब नीचा दिखाने, अपमानित करने और बढ़ती लोकप्रियता को खत्म कर सियासी नुकसान पहुंचाने की तलाश में थे। ऐसे में उन्हें विधायक के सियासी दुश्मनों का साथ मिला। कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और अजितेश के लिये साक्षी सबसे साफ्ट टारगेट थीं।
बैठक में लिखी स्क्रिप्ट के मुताबिक आरोपियों ने ऐसे दिन को चुना, जिस दिन विधायक अपनी पत्नी के साथ घर से बाहर थे। विधायक के घर में शहर में रहते एक बार को बेटी बाहर निकलने की हिम्मत नहीं कर सकती थी।
इस वजह से ऐसे दिन का चुनाव किया गया जब विधायक घर में उपस्थित न हों। जिस दिन अजितेश साक्षी को लेकर गया है। उसी दिन उसने बीस हजार रुपये एक भाजपा नेता से अपने एकाउंट में डलवाये थे। बरेली से इंदौर, भोपाल, प्रयागराज, दिल्ली का सफर उसने फ्लाईट में किया। भाजपा नेताओं ने उसके खाते में एक लाख रुपये तीन दिन में ट्रांसफर किये हैं। गोपनीय जांच में खुलासा होने के बाद पुलिस ने उन सभी बैंक खातों की भी डिटेल निकाल ली है।