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वीडियो: मोहम्मद अखलाक के गांव बिसाहड़ा में बीजेपी नेताओं का जमकर विरोध

[Edited By: Punit tiwari]

Monday, 22nd March , 2021 12:31 pm

नोएडा-मोहम्मद अखलाक हत्याकांड के लिए सुर्खियों में रहे गौतमबुद्ध नगर के बिसाहड़ा गांव में बीजेपी नेताओं का जमकर विरोध हुआ। यूपी के ग्रेटर नोएडा में बीजेपी सरकार के 4 साल पूरा होने पर दादरी के बिसाहड़ा गांव में बीजेपी की जनसभा होनी थी। ये जनसभा योगी सरकार के 4 साल में किए गए कामों की उपलब्धियों गिनाने को लेकर थी। वहीं इस जनसभा में बीजेपी के स्थानीय विधायक, नेता और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल भी इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने बीजेपी नेताओं का जमकर विरोध किया। गामीणों ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही कृषि कानून और ब्लॉक को खत्म कर देने को लेकर यह विरोध किया गया था। लोगों के विरोध करने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

नोएडा में जनसभा करने के बाद बेनीवाल सैकड़ों समर्थकों के साथ बिसाहड़ा गांव पहुंचे। वह मंच पर पहुंचे ही थे कि ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। गांव के युवक भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। तमाम लोग जनसभा छोड़कर जाने लगे। इसके बाद स्थानीय बीजेपी नेताओं ने लोगों को समझाया बुझाया। तब जाकर किसी तरह जनसभा हो सकी। दरअसल बिसाहड़ा गांव के लोग योगी सरकार से दो वजहों से काफी नाराज हैं। पहली वजह, करीब 3 महीने पहले गौतमबुद्ध नगर में दनकौर ब्लॉक को खत्म कर दिया गया है। अब यहां सिर्फ तीन पंचायत क्षेत्र- दादरी, बिसरख और जेवर बची हैं। इनका परिसीमन करते वक्त दादरी ब्लॉक के गांव को निकालकर बिसरख ब्लॉक में शामिल कर दिया गया है। यह गांव ज्यादातर ठाकुर बाहुल्य है। ग्रामीणों का आरोप है कि इसके पीछे ठाकुर समाज की राजनीतिक शक्ति को कम करने की साजिश है। नाराज़गी की दूसरी वजह नए परिसीमन के हिसाब से जिला पंचायत के वार्ड नंबर 1 को अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व करना है।

दादरी क्षेत्र का बिसाहड़ा वही गांव है जो 2015 में मोहम्मद अखलाक की हत्या को लेकर सुर्खियों में आया था. 28 सितंबर 2015 को भीड़ ने 52 साल के मोहम्मद अखलाक की पीट पीटकर हत्या कर दी थी. हत्या करने वालों को शक था कि अखलाक ने घर में गौमांस रखा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग समेत 15 लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की थी.यहां पर देश के दिग्गज नेता अखलाक की हत्या के बाद यहां इस गांव में परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे। इस गांव को प्रशासन ने कई महीने तक छावनी में तब्दील करके रखा था। बताया जाता है कि अखलाक की हत्या एक भीड़ ने आकर की थी। जिसके बाद राजनीति में अखलाक हत्याकांड को लेकर भूचाल आ गया था। इस घटना को लेकर काफी हंगामा मचा था। मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए कई हस्तियों ने अपने अवॉर्ड तक लौटा दिए थे।

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