अप्रैल में लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खान का एक बयान कहीं उनके लिए आफत तो नहीं बन गया। आपको बता दें एक जनसभा में आजम ने रामपुर के डीएम को निशाने पर ले लिया था. उन्होंने कहा था कि चुनाव बाद इनसे मायावती के जूते साफ कराऊंगा. शायद यही बयान आज आजम खान पर भारी पड़ रहा है.
आजम खान ने जनसभा में कहा था 'सब डटे रहो... ये कलेक्टर पलेक्टर से मत डरो. ये तनख्वहियां है, हम तनख्वहियों से नहीं डरते. कैसे-कैसे बड़े-बड़े अफसर रुमाल निकालकर मायावती जी के जूते साफ करते हैं. हमारा उन्हीं से गठबंधन है और उन्हीं के जूते साफ कराऊंगा.' वहीं, लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद अखिलेश और मायावती अलग हो चुके हैं, लेकिन आजम की परेशानी कम होती नहीं दिख रही है.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद आजम खान को रामपुर में भू-माफिया घोषित किए जाने के बाद डीएम आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा था कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भूमाफिया घोषित किया जाता है जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं. जो लोग अवैध कब्जे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और जिनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज है उनका ही नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है. सरकार भी इसकी निगरानी करती है. डीएम ने कहा कि आजम खान पर जमीन हथियाने का आरोप जांच में सिद्ध हुआ है जिसके बाद प्रशासन की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया.
सांसद आजम खान और उनके एक सहयोगी के खिलाफ 26 किसानों की 5 हजार हेक्टेयर जमीन हड़पकर मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण में इस्तेमाल करने का आरोप है. आजम खान के खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना 3 सदस्यीय स्पेशल टीम करेगी. पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा का कहना है कि विवेचना पूरी तरह निष्पक्ष होगी.
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने मॉब लिंचिंग की आलोचना करते हुए इसे देश के बंटवारे के वक्त मुसलमानों के पाकिस्तान न जाने से जोड़ा है. आजम खान ने कहा है कि मुसलमान 1947 के बाद भी सजा काट रहे हैं. अगर मुसलमान पाकिस्तान चले जाते तो उन्हें यह सजा नहीं मिलती. मुसलमान यहां हैं तो सजा भुगतेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज क्यों नहीं गए पाकिस्तान? उन्होंने इसे अपना वतन माना. अब उन्हें इसकी सजा तो मिलेगी और वो सहेंगे.
सपा सांसद आजम खान ने कहा कि 1947 में मुसलमान पाकिस्तान क्यों नहीं गए? ये मौलाना आजाद, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल से पूछिए क्योंकि इन लोगों ने मुसलमानों से वादे किए थे. साथ ही उन्होंने ने कहा कि बापू (राष्ट्रपिता महात्मा गांधी) की अपील पर मुसलमान पाकिस्तान नहीं गए थे. बापू ने मुसलमानों से कहा था कि ये देश तुम्हारा है, अगर बंटवारा बाकी के मुसलमान भी चाहते तो देश की ये सूरत नहीं होती.
मॉब लिंचिंग की घटनाओं से आहत आजम खान ने आगे कहा कि मुसलमान बंटवारे के हिस्सेदार ही नहीं थे और उसके गुनहगार भी नहीं थे, लेकिन आज उसकी सजा मिल रही है. उन्होंने कहा कि मुसलमान बंटवारे के बाद से लगातार सजा भुगत रहा है. अब जो भी स्थिति हो मुस्लिम इसका सामना करेेंगे. आजम खान ने पूछा कि मुस्लिमों से इतने वादे क्यों किए गए?
शुक्रवार को आजम खान को रामपुर में भू-माफिया घोषित किया गया. जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप में फंसे आजम खान को प्रशासन ने भू-माफिया घोषित कर दिया. जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भू-माफिया घोषित किया जाता है, जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं. जो लोग अवैध कब्जे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और जिनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज है. उनका ही नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है. सरकार भी इसकी निगरानी करती है.
उप-जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने आईएएनएस को बताया कि आजम खान का नाम भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है. आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी. उप जिला अधिकारी की ओर से आजम का नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया गया है. आजम खान के खिलाफ एक सप्ताह के दौरान जमीन कब्जाने के 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इनमें एक मुकदमा 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया, जिसमें कहा गया है कि आलिया गंज के 26 किसानों ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है.
मॉब लिंचिंग का मसला शुक्रवार को लोकसभा में भी उठा. एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश में हो रहीं भीड़ की हिंसाओं को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला किया और उन्होंने सदन में मॉब लिंचिंग के खिलाफ कड़े कानून बनाए जाने की मांग की.
बता दें कि शुक्रवार को बिहार के छपरा में मॉब लिंचिंग होने का मामला सामने आया था. छपरा में भीड़ ने मवेशी चोरी के आरोप में तीन लोगों को पीट पीट कर मार डाला था जबकि अलवर में एक दलित युवक की बाइक से एक महिला को टक्कर लगने पर भीड़ ने उसे इतना पीटा कि उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले आजम खान अब भू-माफिया बन गए हैं. जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीन कब्जाने के आरोप में फंसे आजम खान को प्रशासन ने भू-माफिया घोषित कर दिया है. उनके खिलाफ 10 दिन में 23 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, आजम खान ने दर्ज किए गए मामलों पर कहा कि उनके खिलाफ बदले की राजनीति हो रही है और सभी आरोप झूठे हैं.