लखनऊ- लखनऊ उत्तर के विधायक नीरज बोरा के अस्पताल से जुड़ा हुआ एक ऑडियो वायरल हुआ। इसके बाद विधायक ने अपनी तरफ से ऑडियों को साजिश और झूठ करार देते हुए पुलिस से शिकायत की।
न्यूज प्लस इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता
इस आडियो में दलाल मरीज के तीमारदार से अस्पताल में भर्ती के नाम पर 20 लाख रूपए की डिमांड कर रहा है। दलाल तीमारदार से बातचीत करते हुए पूरे आडियो में कई बार नीरज बोरा के अस्पताल का जिक्र भी कर रहा है। दलाल का ये आडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं दूसरी ओर इस बात की जानकारी जब विधायक डॉ नीरज बोरा को हुई तो उन्होंने इस संबंध में एक पत्र जारी कर सफाई दी है। साथ ही इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाकर जांच की मांग की है। विधायक नीरज बोरा को इस संबंध में जानकारी होने पर उन्होंने तत्काल ही लखनऊ पुलिस से इस बाबत शिकायत की और जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही किए जाने की अपील की।
सूचनार्थ सभी सम्मानित मीडिया संस्थान मेरी जानकारी में आया है कि एक आडियो मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें मेरे अस्पताल मंे भर्ती करने के नाम पर 20 लाख रूपये मांगे जाने की जानकारी दी जा रही है।
— Dr Neeraj Bora (@DrNeerajBora) April 21, 2021
यह सरासर झूठ है और किसी की साजिश हैं । pic.twitter.com/7gJ6iYp1wh
विधायक ने कहा कि यह सरासर झूठ है और किसी की साजिश है। सेवा अस्पताल मुख्यमंत्री के आदेश के अनुरूप अपने दायित्वों के तहत नॉनकोविड मरीजों को अपने यहां भर्ती कर रहा है। हमारे पास कुल 12 बेड उपलब्ध है, जिसमें से 10 बेड भरे हुए हैं। मैं लखनऊ की जनता से अनुरोध करता हूं कि वे किसी भी बाहरी व्यक्ति से इस संबंध में बातचीत ना करें। सीधे अस्पताल के रिसेप्शन से ही संपर्क करें। मैं और मेरा परिवार वर्षों से सेवा अस्पताल के माध्यम से आम मरीजों की सेवा करता रहा है। यह सिलसिला हम पूरी क्षमता के अनुरूप आगे भी करते रहेंगे।
दरअसल, राजधानी लखनऊ के उत्तर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक डॉ. नीरज बोरा खुद भी डॉक्टर हैं। उनका सीतापुर रोड पर सेवा अस्पताल नाम से बड़ा चिकित्सा केन्द्र है। विधायक डॉ नीरज बोरा ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर जानकारी दी कि ये ऑडियो फर्जी है। इसका साथ ही विधायक ने मामले की जांच करने और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि इसके पहले डॉ. नीरज बोरा भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।कोरोना की दूसरी लहर के दौरान नीरज बोरा पहले ऐसे वीआईपी थे, जिनको कोरोना संक्रमण हुआ था।