चुनावी दौर में राजनितिक दलों का हर छोटा-बड़ा कदम कब सियासी भूचाल में तब्दील हो जाए, कहा नहीं जा सकता। आज दिलवाली से एक दिन पहले अलग-अलग सियासी सोच से दीप जलाने की अपील की गई। भाजपा की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने 8 लाख जनप्रतिनिधियों, सांसदों, विधायकों, महापौर और तमाम अन्य सदस्यों के साथ करीब 20 लाख सरकारी कर्मचारियों से भी अपील की है कि, ये सभी लोग एक-एक घर अडॉप्ट करें। दीवाली के मौके पर इन घरों में दिया जलाएं और मिठाईयां खिलाएं।
आस्था व आनंद की अलौकिक अभिव्यक्ति 'अयोध्या दीपोत्सव' की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 2, 2021
आइए, लोक-मंगल एवं लोक-रंजन के भाव को साकार करते हुए सहयोग के दीये में सहकार की बाती को प्रज्वलित कर सम्पूर्ण धरा को प्रेम-प्रकाश से प्रकाशवान करें।
जय श्री राम!
वहीं सपा से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने अनुरोध किया है कि लोगों को भारतीय जनता पार्टी की बर्बरता की याद दिलाने के लिए हर महीने के तीसरे दिन ‘लखीमपुर किसान स्मृति दिवस’ मनाया जाए। आज तीन नवंबर है, लिहाजा लखीमपुर की घटना में मारे गए किसानों की याद में दीएं जलाएं जाए।
उप्र के समस्त निवासियों, किसानों के शुभचिंतकों और सपा व अन्य सहयोगी पार्टियों से अपील है कि आज ‘लखीमपुर किसान स्मृति दिवस’ मनाएं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 3, 2021
आज ‘किसान स्मृति दीप’ जलाएं और अन्नदाताओं का मान बढ़ाएं!
अयोध्या 5वें दीपोत्सव पर 3 नवंबर की शाम 32 घाटों पर सजाए गए 9 लाख 51 हज़ार दीपक एक एहम आकर्षण का केंद्र होगी। कोविड-19 के प्रोटोकॉल के साथ उन्हें दीप जलाने को कहा गया साथ ही बिना आईडी कार्ड के किसी को घाट पर प्रवेश नहीं मिलेगा।