[Edited By: Vijay]
Wednesday, 15th December , 2021 12:19 pmभाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी का विकास ही आदर्श मॉडल है और भाजपा के सीएम इसी आधार अपने राज्यों को उत्तम प्रदेश बनाएं। सबसे प्राचीन नगरी काशी ने अपनी पुरातन संस्कृति को संरक्षित करते हुए आधुनिक विकास में देश के सामने नजीर बनी है। ऐसे ही सभी राज्य अपने यहां के प्राचीन शहरों के विकास की रूपरेखा तय करें
Earlier today, continued the discussions with @BJP4India CMs and Deputy CMs. They shared different good governance practices from their respective states. pic.twitter.com/VuZMWSR4pP
— Narendra Modi (@narendramodi) December 14, 2021
इस दौरान काशी विश्वनाथ धाम और भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को देश के सभी राज्यों से जोड़ने का भी मसौदा दिया गया। काशी और उत्तर प्रदेश के विकास और कोरोना काल में सेवा व वैक्सीनेशन अभियान का 13 मिनट का वीडियो भी दिखाया गया।
मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत किया। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि काशी और काशी विश्वनाथ धाम देश के लिए ऐतिहासिक है। अपने-अपने राज्यों में जाकर इसका प्रचार-प्रसार भी करें। काशी मॉडल के आधार पर ही राज्यों के प्राचीन शहरों को संवारें। काशी और अयोध्या के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे आएं। पुराने शहरों के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए लोगों की सुविधाओं के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर फोकस करें।
करीब पांच घंटे तक चली बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने प्रांतों में कराए गए विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया। इसके साथ ही काशी के विकास पर आधारित छह मिनट का वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें बताया गया कि सात वर्षो में यह देश का नंबर-1 शहर बन गया है। इसके बाद सात मिनट का वीडियो उत्तर प्रदेश के विकास पर दिखाया गया, इसमें एयरपोर्र्ट, एक्सप्रेस वे, मेडिकल कालेज, पुल, सड़कें सहित अन्य क्षेत्रों में किए गए अभूतपूर्व कामों का जिक्र किया गया था।
बैठक में सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा भी हुई। योजनाओं का लाभ लोगों तक कैसे और कितना मिल रहा इस पर मंथन किया गया। राज्यों के साथ केंद्र के तालमेल के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के विविध पक्षों पर चर्चा हुई है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पूरी तरह से जनता तक पहुंचाने की रणनीति को और बेहतर करने की कवायद चली। कोरोना संकट के कारण यह बैठक गत वर्ष नहीं हो पायी थी।
इस अहम बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, त्रिपुरा से बिप्लब देब, हरियाणा से मनोहरलाल खट्टर, हिमाचल से जयराम ठाकुर, कर्नाटक से बसवराज बोम्मई, असम के हेमंत विश्वा शर्मा, गुजरात के भूपेंद्र भाई पटेल, अरुणाचल के पेमा खांडू, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के एन विशेन सिंह शामिल रहे। उपमुख्यमंत्रियों में बिहार से तारकेश्वर प्रसाद व रेनू देवी, उत्तर प्रदेश से केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश चंद्र शर्मा, नागालैंड से यथंगोपट्टन, त्रिपुरा जिष्णुदेव शर्मा, अरुणाचल से चोनामीन हैं।