लखनऊ-देश में जारी किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी राजनीतिक पार्टियां लगातार हमला कर रहीं है। इसी कड़ी में आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को अब भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि इस दल का नाम 'भूमिगत जनविरोधी पार्टी' होना चाहिए।
बीजेपी की किसानों के प्रति क्रूरता व जनता के आक्रोश से डरकर बीजेपी में इस्तीफ़ों का दौर आ गया है क्योंकि भाजपा का राजनीतिक के साथ सामाजिक बहिष्कार भी शुरू हो गया है. चौराहों पर नफ़रत बांटनेवाले भाजपाई भूमिगत हो गये हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 4, 2021
अब बीजेपी का नया नाम ‘भूमिगत जनविरोधी पार्टी’ होना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की किसानों के प्रति क्रूरता व जनता के आक्रोश से डरकर पार्टी में इस्तीफों का दौर आ गया है क्योंकि भाजपा का राजनीतिक के साथ सामाजिक बहिष्कार भी शुरू हो गया है। चौराहों पर नफरत बांटने वाले भाजपा के लोग भूमिगत हो गये हैं। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी का नया नाम 'भूमिगत जनविरोधी पार्टी' होना चाहिए। मुजफ्फरनगर में गांवों में भी अब भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का विरोध होना शुरू हो गया है। ताजा मामला थाना भोपा क्षेत्र के गांव बेहड़ा समेत दर्जनभर गांवों का है। जहां लगे सरकारी योजनाओं के पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के फोटो लगे बोर्डों पर शरारती तत्वों ने कालिख पोत दी है।