गोरखपुर-चौरी चौरा महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर सीएम योगी के साथ 50 हजार लोगों ने एक साथ वंदे मातरम् गाकर विश्व रिकार्ड बनाया। इसके साथ ही डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने वंदे मातरम् के पहले छंद के गायन के वीडियो अपलोड किए। विश्व रिकार्ड बनाने का यह अभियान बुधवार को ही शुरू हो गया था।
क्या है चौरा-चौरी कांड
चार फरवरी 1922 को स्थानीय लोग चौरी-चौरा कस्बे में महात्मा गांधी की ओर से शुरू किए गए असहयोग आंदोलन के समर्थन में जुलूस निकाल रहे थे। इसी दौरान स्थानीय पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई। पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इससे प्रदर्शनकारियों का आक्रोश भड़क गया। लोगों के आक्रोश को देखकर पुलिसवाले थाने में छिप गए, लेकिन लोगों ने बाहर से कुंडी लगाकर थाने में आग लगा दी। इस घटना में 22 पुलिसकर्मी मारे गये। घटना की प्रतिक्रिया में, अहिंसा के पैरोकार महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया।
चौरी-चौरा काण्ड में 172 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। बतौर वकील पंडित मदन मोहन मालवीय की पैरवी से इनमें से 151 लोग फांसी की सजा से बच गये। बाकी 19 लोगों को 2 से 11 जुलाई 1923 के दौरान फांसी दे दी गई। इस घटना में 14 लोगों को उम्र कैद और 10 लोगों को 8 साल सश्रम कारावास की सजा हुई। जिन लोगों को फांसी दी गई, उनकी याद में एक स्मारक बनाया गया।
इसी ऐतिहासिक कांड के शताब्दी वर्ष महोत्सव का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सुबह 11 बजे वह नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। इस मौके पर वह चौरी चौरा पर एक डाक टिकट और विशेष आवरण भी पीएम मोदी ने जारी किया। वहीं इस शदाब्दी समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी भी मौजूद रहे।