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नूंह में 11 लोगों को मिली शोभायात्रा की अनुमति

[Edited By: Rajendra]

Monday, 28th August , 2023 01:41 pm

हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद , सर्व जातीय हिंदू महापंचायत और बजरंग दल के आह्वान पर हिंदू संगठन आज दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने पर अड़े हैं। हरियाणा सरकार और नूंह जिला प्रशासन ने इस यात्रा के लिए परमिशन नहीं दी थी। हालांकि, सोमवार सुबह प्रशासन ने नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए साधु-संतो और विश्व हिंदू परिषद के लोगों को परमिशन दी। जिसके बाद पुलिस नूंह बाइपास से पुलिस 3 गाड़ियों से 51 लोगों को नलहरेश्वर मंदिर के लिए लेकर निकली। जिन्होंने पटौदी आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव और विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार राय की अगुआई में जलाभिषेक किया।

इसके बाद 11 लोगों को शोभायात्रा की परमिशन दे दी गई है। सभी को आगे जाने से रोक दिया गया है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे पास ऐसा इनपुट है कि मंदिर के आसपास के इलाकों में हिंसा की तैयारी की गई है। इस वजह से 4 बजे तक किसी बाहरी व्यक्ति को मंदिर में जाने इजाजत नहीं है। अभी सिर्फ स्थानीय लोगों को आईडी देखने के बाद ही मंदिर में जाने दे रहे हैं। जिन लोगों को नलहरेश्वर मंदिर में जलाभिषेक की इजाजत दी गई थी, वे जल चढ़ाकर फिरोजपुर झिरका के लिए निकल गए हैं।

नूंह की शोभायात्रा में हिस्सा लेने जा रहे अयोध्या के हिंदू संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य नूंह की सीमा में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। हिंदू संगठनों द्वारा शोभायात्रा निकालने के ऐलान के बाद जिले में धारा 144 लागू कर कर इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।

हिंदू संत ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें और उनके अनुयायियों को सोहना टोल प्लाजा पर ही रोक दिया, जब वे पिछले महीने हुई हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने और सावन माह का अंतिम सोमवार को नूंह मंदिर में 'जलाभिषेक' करने के लिए जा रहे थे। जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा, ''हम मारे गए बजरंग दल कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए श्री राम जन्मभूमि की मिट्टी और सरयू नदी का जल लाए थे और सरयू नदी के जल से जलाभिषेक करने के बाद हमें वापस लौटना था, हमारे साथ गाड़ियों और लोगों का काफिला था, जब मुझे पता चला कि जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है, तो मैंने अपने काफिले को दो-तीन लोगों तक छोटा कर दिया। फिर भी, प्रशासन ने हमें रोक दिया और हमें वापस लौटने की भी अनुमति नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें श्रद्धांजलि देने और जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं मिल जाती, तब तक वह आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।

हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सरकार के मना करने के बावजूद ब्रजमंडल यात्रा निकालने की तैयारी में हैं। हिंदू संगठनों के इस फैसले पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार के आदेश के खिलाफ जाकर वीएचपी शोभा यात्रा निकालने की धमकी दे रही है। नूंह की हिंसा से पहले सरकार को पता था कि यात्रा की आड़ में मुसलमानों को निशाना बनाया जाएगा। अगर मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कानूनी कार्रवाई नहीं होती और असली मुजरिम को मोनू डार्लिंग न बनाया होता तो कट्टरपंथी ‘परिषद’ और सेना की इतनी हिम्मत नहीं होती।

सांसद ओवैसी ने कहा कि लग रहा है कि ये भाजपा के प्यादे नहीं हैं, बल्कि भाजपा इन संगठित अपराधियों के आगे बेबस है। अगर नूंह में फिर से हिंसा हुई तो इसकी जिम्मेदार सिर्फ हरियाणा की भाजपा सरकार होगी। अब तो घर तोड़ने के लिए भी मुसलमान के घर नहीं बचे। गौरतलब है कि, हरियाणा सरकार और नूंह जिला प्रशासन ने यहां किसी भी तरह की यात्रा को मंजूरी नहीं दी है। प्रशासन ने नूंह के अलावा, सोनीपत जिले में धारा 144 लगाई गई है। नूंह में स्कूल-कॉलेज, बैंक और ऑफिस भी बंद रखे गए हैं। सरकार ने नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को भी बैन कर दिया है।

हालांकि, इस बीच स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को नलहड़ मंदिर में जाने दिया है और वहां पर पूजा शुरू हो गई है। बाहरी व्यक्तियों को जिले में एंट्री नहीं दी जा रही है। उधर, ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा को समर्थन देने हरियाणा गऊ सेवा आयोग के सदस्य सुरेंद्र प्रताप आर्य को पुलिस ने एतियातन तौर पर हिरासत में लेकर नजरबंद कर लिया है। इस बीच जिला पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू संगठनों के करीब 50 लोगों को पूजा की अनुमति दे दी है। पुलिस प्रशासन अपने ही वाहनों में इन लोगों को मंदिर लेकर गए। सभी लोगों को पुलिस लाइन से लेकर जाया गया। ये सभी लोग नूंह जिले के हैं।

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