दिल्ली-कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन आज 24वें दिन में प्रवेश कर चुका है। कड़ाके की ठंड और अपनों की जान भी किसानों का इरादा नहीं डिगा सकी है। किसानों का कहना है कि चाहे कितनी ही ठंड क्यों न पड़े हम यहां से तब तक वापस नहीं जाएंगे जब तक सरकार तीनों काले कानून वापस नहीं लेती। वहीं आंदोलन के चलते आज भी दिल्ली के कई बॉर्डर बंद हैं और कई रास्ते डायवर्ट किए गए हैं।
सरकार को बात करनी चाहिए, हम सरकार से बात करने के लिए कहां मना कर रहे हैं। फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता #FarmersProtests pic.twitter.com/eKQtcFMOS1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2020
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन पर बैठे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं, किसानों की घर वापसी भी नहीं होगी। किसान नेता ने कहा, सरकार कृषि बिल में संशोधन चाहती है, लेकिन किसानों की मांग बिल वापसी की है। मांगें पूरी नहीं हुई तो 26 जनवरी को राजपथ का नाम बदलकर कृषि पथ कर देंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि, 'सरकार को बात करनी चाहिए, हम सरकार से बात करने के लिए कहां मना कर रहे हैं। फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है।