दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को अहमदाबाद में एक ऑटो ड्राइवर के घर खाना खाने पहुंचे। इससे पहले उनकी पुलिसकर्मियों से तीखी बहस हुई। केजरीवाल ऑटो चालक के घर उसके ऑटो में ही बैठकर जाने की जिद पर अड़े थे, जबकि पुलिसकर्मी उन्हें सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल की वजह से इसकी इजाजत नहीं देना चाहते थे। इस दौरान दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यहां तक कहा कि उन्हें सिक्यॉरिटी की जरूरत नहीं है। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि उनके साथ कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार वह खुद होंगे। हालांकि, इससे पहले 21 अगस्त को ही 'आप' ने गुजरात में अरविंद केजरीवाल पर हमले की आशंका जाहिर करते हुए डीजीपी से सुरक्षा देने की मांग की गई थी।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अहमदाबाद में ऑटो चालकों से मुलाकात की। इस दौरान विक्रम नाम के एक ऑटो चालक ने उन्हें अपने घर पर खाने के लिए बुलाया तो दिल्ली के सीएम ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया। शाम को वह विक्रम के ऑटो में बैठकर उसके घर के लिए निकले। केजरीवाल आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं के साथ ऑटो-रिक्शा में सवार हो गए। इस दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवानों और अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन केजरीवाल ऑटो में ही बिना सुरक्षा के जाने को अड़े रहे। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच जा रहे हैं और सिक्यॉरिटी की जरूरत नहीं है। पुलिस अधिकारी उन्हें सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल का हवाला देते रहे।
केजरीवाल अपनी बात पर अड़े रहे। इसके बाद एक पुलिस अधिकारी ऑटो-रिक्शा चालक के पास बैठ गया, जबकि पुलिस के दो वाहन ऑटो-रिक्शा के साथ चल रहे थे। इसके बाद काफिला ऑटो चालक के घर पहुंचा। आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया और पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव इसुदान गढ़वी के साथ केजरीवाल ने ऑटो चालक के घर फर्श पर बैठकर खाना खाया। खाना खाने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में विक्रम के परिवार को शुक्रिया कहा।
एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल ने सिक्यॉरिटी लेने से इनकार किया तो वहीं पिछले महीने ही आम आदमी पार्टी ने उन पर हमले की आशंका जाहिर की थी। 'आप' नेताओं ने गुजरात के डीजीपी दफ्तर जाकर केजरीवाल और दिल्ली के डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया पर हमले का खतरा बताया था। आप गुजरात लीगल सेल के प्रमुख गुलाब सिंह यादव की अगुआई में गुजरात डीजीपी आशीष भाटिया के दफ्तर में पहुंचा और एक आवदेन देते हुए दोनों नेताओं की सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की थी।
आप का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी समर्थकों ने सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया है। केजरीवाल के इस व्यवहार को स्टंट करार दिया जा रहा है। एक यूजर ने पंजाब सरकार की एडवाइजरी पोस्ट करते हुए कहा कि गुजरात में सुरक्षा नहीं चाहिए तो केजरीवाल का पंजाब में सुरक्षा पाने वालों की लिस्ट में सबसे ऊपर नाम क्यों है।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया और उन्हें "कलाकार" करार दिया।