आज खजांची ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में अपना पांचवां जन्मदिन मनाया। खजांची का जन्म 2016 की नोट-बंदी के एक दिन बाद उनकी मां के एक लाइन में खड़े होने के दौरान हुआ था। टेबल पर खड़े खजांची को पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मिठाई खिलाई। इस दौरान वो उदासीन दिखाई दिया इसकी वजह यह रही की पार्टी के लोग उसे पैसे के साथ लिफाफे देने के लिए हाथापाई कर रहे थे, इसी दौरान खजांची को उपहार के रूप में एक चमचमाती लाल साइकिल भी मिली। बच्चे को आभी कहाँ समझ आएगा की आगमी विधानसभा चुनाव के लिए सपा को उसकी कितनी जरूरत है। इसी कार्यक्रम के दौरान सपा मुखिया अखिलेश ने कहा, 'भाजपा को खजांची जन्मदिन धूमधाम से मनाना चाहिए। पार्टी को उनका सम्मान करना चाहिए।' आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नोट-बंदी के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवाई और खजांची भी इस दौरान पैदा हुए। सपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने परिवार को किसी भी तरह का समर्थन देने की पेशकश की है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 9, 2021
इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी वह मास्टरस्ट्रोक नहीं था जिसका भाजपा ने वादा किया था, बल्कि यह 'ब्रेन स्ट्रोक' था। उन सभी लाभों का क्या हुआ जो भाजपा ने वादा किया था कि वह लाएगी? यह जानबूझकर लोगों को परेशान करने के लिए किया गया, पैसा न काला है और न ही सफेद। यह हमारा लेन-देन है जो काला या सफेद हो सकता है। इतने साल बीत चुके हैं। अब कम से कम भाजपा को नोटबंदी के फायदे तो बता देने चाहिए।
इसलिए तोहफ़े में दी है सबको ‘महक’
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 9, 2021
क्योंकि न देता है ख़ुशबू ‘झूठ का फूल’
यही नारा आज का
नहीं चाहिए भाजपा#झूठ_का_फूल pic.twitter.com/Kx55PLs5Xu