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काशी (वाराणसी) में 70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलिगेट्स देव दीपावली के साक्षी बनेंगे

[Edited By: Rajendra]

Monday, 27th November , 2023 01:31 pm

उत्तर प्रदेश के काशी (वाराणसी) में आज जोर-शोर से देव दीपावली मनाई जाएगी। इस मौके पर वाराणसी के घाटों पर 11 लाख दीये जलाए जलाएंगे। 70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलिगेट्स इस अलौकिक क्षण के साक्षी बनेंगे। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ नमो घाट पर देव दीपावली पर पहला दीपक जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ विदेशी मेहमानों का स्वागत करेंगे और उनके साथ संवाद भी करेंगे। इसके बाद सीएम योगी क्रूज पर सवार होकर दीयों से टिमटिमाते गंगा घाटों को देखने निकलेंगे। योगी सरकार देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए 11 लाख दीपों से घाटों को रोशन करेगी। इनमें एक लाख दीप गाय के गोबर के बने होंगे। इस कार्यक्रम से पहले तिरंगा स्पायरल लाइटिंग से शहर और घाटों को सजाया गया है। माना जा रहा है कि इस खास नजारे को देखने के लिए 8-10 लाख पर्यटक पहुंचेंगे। इसके मद्देनजर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गंगा के 85 घाटों पर इस साल योगी सरकार की ओर से 11 लाख और जन सहभागिता से मिलकर कुल लगभग 21 लाख से अधिक दीप घाटों, कुंडों, तालाबों और सरोवरों पर जलाए जाएंगे। गंगा पार रेत पर भी दीपक रोशन होंगे। काशी के घाटों की इस अद्भुत दृश्य को देखने देश विदेश से पर्यटक काशी पहुंच रहे हैं।

योगी सरकार चेत सिंह घाट पर लेजर शो कराएगी। काशी के घाटों के किनारे सदियों से खड़ी ऐतिहासिक इमारतों पर धर्म की कहानी लेजर शो के माध्यम से जीवंत होती दिखेगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को विशाखापट्टनम के एक भक्त द्वारा 11 टन फूलों से सजाया जा रहा है। गंगा द्वार पर लेजर शो के जरिए काशी विश्वनाथ धाम पर आधरित काशी का महत्व और कॉरिडोर के निर्माण संबंधित जानकारी दिखाई जाएगी।

काशी की भव्य देव दीपावली में लेजर शो के साथ क्रैकर शो चार चांद लगाएगा। दीपोत्सव के बाद गंगा पार रेत पर लगातार 13 मिनट तक क्रैकर शो (ग्रीन आतिशबाजी) के जरिए आसमान भी जगमगाएगा। उस पार 1 किलोमीटर के एरिया में इस क्रैकर शो का आयोजन होगा। वहीं, इस शो का दीदार काशी के 84 घाटों से किया जा सकेगा। शिव और काशी के थीम पर ये पूरा क्रैकर शो होगा। इसको शिव तांडव स्त्रोत के साथ हर हर शंभु सहित अलग अलग सॉन्ग का 13 मिनट का ट्रैक तैयार किया गया है। इस दौरान ज्यादा कलरफुल ग्रीन आतिशबाजी की जाएगी। सबसे पहले फायर फ्लेम होगा और उसके बाद लगातार आतिशबाजी का दौर चलेगा जो कि बेहद अद्भुत होगा। लेजर शो के थोड़ी देर बाद क्रैकर शो का आयोजन होगा।

बता दें कि वाराणसी के 84 घाटों पर इस बार 11 लाख दीप जलेंगे। इसके अलावा कुंड तालाबों पर भी दीप जलाए जाएंगे। इस तरह पूरे शहर में कुल मिलाकर लगभग 21 लाख दीप जलेंगे, जिसमें 11 लाख दीप की व्यवस्था योगी सरकार और 10 लाख दीप लोगों के सहयोग से जलाए जाएंगे। इसके अलावा पूरे काशी विश्वनाथ धाम को भी खूबसूरत फूलों से सजाया गया है। इस देव दीपावली पर काशी में त्रेतायुग का नजारा भी दिखेगा। काशी के दशाश्वमेध घाट पर राम भक्ति के साथ देशभक्ति की बयार बहेगी। वहीं मां गंगा की अलग अलग महाआरती का आयोजन भी होगा। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए 70 देशों के राजदूत के अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई हस्तियां शामिल होंगी।

वाराणसी की देव दीपावली विश्व विख्यात हो चुकी है। इसे देखने विश्व भर के पर्यटक आते हैं। रंगोली, लाइट और झालरों से सजावट की जाती है। इस बार योगी सरकार इसे और खास करने की कोशिश में जुटी है। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम रहेगा। ड्रोन उड़ान पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, जिले की सीमा पर भी चौकसी बरती जा रही है। घाटों पर वाच टावर से निगरानी रखी जाएगी। पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए अस्पतालों में बेड रिजर्व कर चिकित्सकों की टीम को अलर्ट रखा गया है। गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर बनाए जाएंगे। नाविकों को निर्धारित पर्यटकों को बैठाने व लाइफ जैकेट पहनने की हिदायत दी गई है। एनडीआरएफ की 8 टीमों को विभिन्न घाटों पर बचाव उपकरणों, मेडिकल टीम वाटर एम्बुलेंस के साथ विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं के फ्री इलाज के लिए रहेंगे। जल पुलिस के जवान गंगा में तैनात रहेंगे। श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भारी भीड़ के अनुमान से ट्रैफिक डायवर्जन और पार्किंग सुनिश्चित कर दिया गया है।

दीपावली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा पर देवताओं की दीपावली होती है। ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को मनाने के लिए देवता स्वर्ग से काशी के पावन गंगा घाटों पर अदृश्य रूप में अवतरित होते हैं और महाआरती में शामिल श्रद्धालुओं के मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। ये पर्व काशी की प्राचीन संस्कृति का खास अंग है। देव दीपावली का वर्णन शिव पुराण में मिलता है कि जब कार्तिक मास में त्रिपुरासुर नामक राक्षस ने देवताओं पर अत्याचार शुरू किया और उनको मारने लगा तब भगवान विष्णु ने इस क्रूर राक्षस का वध इसी दिन किया था और देवताओं ने दीपावली मनाई थी।

काशी (वाराणसी) में देव दीपावली में 70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलिगेट्स इस अलौकिक क्षण के साक्षी बनेंगे

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